अमित
शाह के जवाबो ने भोपाल के
मीडिया को किया निरुतर !
भारतीय
जनता पार्टी के राष्ट्रीय
अध्यक्ष और प्रधान मंत्री
के दाहिने हाथ अमित शाह का
जैसा स्वागत मध्य प्रदेश की
राजधानी मे हुआ की सड़के फूलो
से पट गयी थी |
बंदनवार
और झंडे इतने लगाए गए थे की
की शायद चुनाव के दौरान भी
नहीं लगाए जाते है |
इस
राजसी सत्कार मे सरकार और
संगठन के लोगो का भय और उछाह
दोनों ही निकाल रहे थे |
तींदिनों
के प्रवास मे उनका स्वागत उसी
प्रकार किया जा रहा था जैसा
की वर पक्ष के मुखिया का होता
है |
परंतु
उनकी वाक पटुता और हाजिर जवाबी
का इल्म उनके द्वरा प्रैस
कोन्फ्रेंस मे उनके जवाब थे
| कठिन
से कठिन सवालो के जवाब उन्होने
"”या
तो घूमा दिया अथवा प्रैस पर
ही "” गलत
रिपोर्टिंग कर मूर्ख बनने
के लिए पत्रकारो पर ही ज़िम्मेदारी
दाल दी "” धारा
370 और
35आ
के बारे मे पूछे गए सवालो के
जवाब मे उन्होने कहा की सरकार
इस मामले मे सभी डालो से मशवरा
करके ही कोई फैसला लेगी |
चीन
के बारे मे कहा की विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज्य ने संसद मे
बयान देकर सरकार का पक्ष स्पष्ट
कर दिया है | अब
दोनों पक्षो की बैठक मे ही कोई
बात होगी |
अखबारो
मे छपी खबरों की उन्होने लोक
सभा चुनावो के लिए 350
का
और प्रदेश मे विधान सभा चुनावो
मे 200 म्के
पार ऐसी कोई बात बैठक मए नहीं
काही है | यह
मेरे द्वरा मीडिया को "”
बरगलाने
की तरकीब थी "”
| गौर
तलब है की की अखबारो मे छ्प था
की शाह ने सभी उपस्थित लोगो
को सख्त हिदायत दी थी की "”अंदर
की खबर बाहर नहीं जानी चाहिए
"” | इसके
बावजूद भी सुबह के अखबार बैठक
की घटनाओ की खबरों से भरे हुए
थे | शाह
ने पार्टी के सदस्यो द्वरा
हुई इस "”अनुशासन
हीनता "” को
ढाल बनाते हुए पत्रकारो पर
ही गलत या सुनी -
सुनाई
बाटो की रिपोर्टिंग करने का
आरोप मढ दिया !!
चुनाव
आयुक्त ॐ प्रकाश रावत द्वरा
राजनीतिक दलो द्वारा विधायकों
की खरीद फरोख्त को नैतिकता
का अभाव बताया था |
उन्होने
कहा की दल आज कल किसी भी "”
कीमत
'' पर
चुनाव जितना चाहते है |
विधायकों
की खरीद फरोख्त के बारे मे जब
उनसे पूछा गया तब उनका जवाब
था की "”” उन्होने
काँग्रेस विधायकों को बंगलोर
ले जाने की घटना के मद्दे नज़र
ऐसा कहा होगा "”
!! वे
भारतीय जनता पार्टी द्वरा दो
कांग्रेसी विधायकों का मामला
बिलकुल पी गये !!
प्रैस
कोन्फ्रेंस की शुरुआत उन्होने
केंद्र की मोदी सरकार की
उपलब्धियों को गिनते हुए
राज्य सरकार को विभिन्न मदो
मे दी गयी वित्तीय सहता और
अनुदान का विस्तारित ब्योरा
दिया | उन्होने
मनमोहन सरकार पर तंज़ कसते
हुए कहा की "”
उस
समय हर मंत्री अपने को प्रधान
मंत्री समझ कर काम करता था और
प्रधान मंत्री बेबस हो कर बैठे
थे | नरेंद्र
मोदी ने प्रधान मंत्री के पद
और उनके कार्यालय के महत्व
को पुनः स्थापित किया "”
सर्वाधिक
विवादित मुद्दे "”अयोध्या
मे राम मंदिर निर्माण को
उन्होने अदालत से फैसले के
बाद मिलजुल कर निपटाने की बात
कही | अपने
दौरे के बाबत पूछे जाने पर
उन्होने कहा की दीन दयाल जन्म
शताब्दी के चलते वे पार्टी
संगठन को राजी -ज़िला
और तालुका तथा बूथ स्तर तक
बंदोबस्त को मजबूत करना है
| वे
सारे देश का 110
दिनी
प्रवास इनहि उद्देश्य के लिए
कर रहे है |
प्रदेश
सरकार और मुख्य मंत्री शिवराज
सिंह की भूरी -
भूरी
तारीफ करते हुए उन्होने विश्वास
दिलाया की "”
शिवराज
सिंह और नन्द कुमार सिंह का
कार्य काल 2019 तक
है | और
ये ही दोनों विधान सभा के आगामी
चुनाव तक पदासीन रहेंगे |
हालांकि
राजनीति मिस्टर इस प्रकार
समय सीमा का देना लोगो के मन
मे खटक रहा था |
परंतु
आंत मे यह ज़रूर है की अमित शाह
ने भोपाल के पत्रकारो के
चक्रव्युह को सफलता से पार
किया |
"उन्होने विश्वास दिलाया की "” शिवराज सिंह और नन्द कुमार सिंह का कार्य काल 2019 तक है......"
ReplyDeleteमान्यवर, मुख्यमंत्री की तारीफ की यहां तक तो ठीक है, लेकिन उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल 2019 तक है यह बात कुछ तो उन्होंने कही ही नहीं......
रमेश ठाकुर, 20.8.2017
Namaskaar india