हाकिम
का हुकुम रुतबे से चलता है -जो सच से बनता
है
काँग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन के ठीक पहले केन्द्रीय
स्वास्थ्य मंत्री मंसूख मनडावीया का कोरोना को
लेकर लिखा गया पत्र , की महामारी के खतरे को देखते हुए वे अपनी यात्रा समपट
कर दे , मोदी सरकार
के भय को ही रेखांकित करता हैं | अभी हाल ही में हुए दो विधान
सभा चुनावो और दिल्ली म्यूनिसपाल काउंसिल के
चुनावो तक यह खतरा नहीं दिखाई पड़ा था | ठीक उसी प्रकार जैसे बंगाल के विधान सभा चुनाव
, कोरोना की विभिषिका के दौरान ही हुए थे | तब तो बीजेपी ने बड़ी – बड़ी चुनावी रैलिया निकली थी , और कोरोना लायक प्रतिबंधों का कोई भी पालन नहीं किया था !
इतना ही नहीं राजस्थान में बीजेपी खुद भारत जोड़ो यात्रा के मुक़ाबले
“जन आक्रोश रैली “ निकाल रही है तो उसको कोई “” एडवाईजरी” नहीं जारी की गयी
! यह एक उदाहरण ही केंद्र सरकार के कोरोना
पाखंड को उजागर करता हैं |
भारत जोड़ो यात्रा को मिल
रहे भारी जन समर्थन के “ भय के भूत “ ने सत्ता सीन
कुनबे को परेशान कर रखा हैं |
इस यात्रा ने देश में सामाजिक और राजनीतिक
रूप से छाई “ चुप्पी
“ को तोड़ दिया हैं और जन मानस की रोज मर्रा
की समस्याओ की ओर लोगो का ध्यान दिलाया हैं | जिसे अभी तक भक्तो की टोली हिन्दू – मुसलमान और राम मंदिर तथा धरम के नाम पर
दबाती रही हैं | मंहगाई ऐसे व्यापक मुद्दे को इस यात्रा के दौरान लोगो ने व्यक्त किया है |
बीजेपी के प्रवक्ता लोग टीवी चर्चाओ में
बड़े गर्व से कहते थे की उनका संगठन बारह महीने
और चौबीस घंटे चुनाव के लिए तैयार रहता हैं | इतना ही नहीं उनकी यह बात की हम चुनाव में साम -दाम -दंड -भेद सभी उपायो का उपयोग करते हैं | यह दंभ ही लोकतन्त्र में निर्वाचन को दूषित करने की उनकी स्वीकरोकती हैं |
अब चुनावो में दाम यानि की उम्मीदवारों
अथवा चुने हुए जन प्रतिनिधियों को खरीद कर
सरकार बनाने की नियत को रेखांकित करता हैं
| दंड के नाम पर आज तक ई डीया एनएसए अथवा सीबीआई
के छापे सिर्फ और सिर्फ गैर बीजेपी लोगो को यानहा डाले गए हैं |
जिसके खिलाफ इन एजेंसियो द्वरा कारवाई की जाती हैं , और वह व्यक्ति बीजेपी में शामिल हो जाता
हैं , वह एकदम से टिनोपाल
से सफ़ेद हो जाता हैं |
यह आशंका व्यक्त की
जा रही थी की शायद हरियाणा की बीजेपी सरकार कोरोना के नाम पर भारत जोड़ो यात्रा में विघ्न डालने की कोशिस की जाएगी , परंतु भरी जन समर्थन की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने इसे उचित समय नहीं माना | क्यूंकी अगर भीड़ कारवाई के दौरान हिंसक हो गयी तो बहुत बड़ा बवाल हो
जाएगा | किसान आंदोलन के समय भी केंद्र सरकार ने कोरोना के नाम पर सख्ती करने को सोची थी , परंतु फिर खून खराबा होने की आशंका से विरत रहे |
राहुल गांधी की पद यात्रा
ने बीजेपी और सहयोगी संगठनो द्वरा उनके
बारे में फैलाई गयी झूठी बातो को उन्होने इस मौके पर असत्य साबित
कर दिया हैं | रोज करीब 20 से 30 किलोमीटर की पद यात्रा , सौ दिन तक करना आसान नहीं हैं |
इतना ही नहीं लोगो के मन में शहीद दादी
इन्दिरा गांधी और शहीद पिता राजीव गांधी के
इस पुत्र को देश की एकता और सामाजिक अखंडता के लिए कर
रहे इस पद यात्री को देखने और मिलने के लिए
हजारो – हजारो लोग पहुँच रहे हैं | जो जनहा हैं वनही से इस यात्रा में शामिल
हो रहा हैं |
फ़िल्मनगरी मुंबई के एक गायक के चिरंजीव मनोज मुंतशिर ने भोपाल में एक कार्यक्रम में कह दिया की विदेशी माता के पुत्र से देश भक्ति की उम्मीद नहीं करनी चाहिए ! इतना घटिया बयान देने वाले इस चुट्कुले सुनने वाले को राहुल की विरासत , जो की पंडित जवाहर लाल नेहरू से शुरू होकर
इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी से आती है , उनकी कुर्बानियों को भूल गए चुटकुलिया महराज !
वे यह भी भूल गए की वे खुद एक हिंदुस्तानी पिता और नेपाली माँ के पुत्र हैं
! परंतु फिर भी उन्हे भारतीय मान लिया गया हैं | ऐसे – ऐसे कुप्रचारों के बीच भी राहुल गांधी को लोग एक
नायक की भांति देखते हैं |