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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Feb 9, 2020

राष्ट्रियता--- नागरिकता तथा विदेशो में बसे भारतीय ? इस्लामिक देशो में भी !
संसद के बजट सत्र में भारतीय जनता पार्टी के कुछ सांसदो के भाषण ना तो नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में को लेकर सारे देश में हो रहे आंदोलन का कारण सदन और सरकार को बता पाये | वरन अधिकतर तो दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे महिलाओ के आंदोलन को देशद्रोहियों और राष्ट्रिय एकता के दुश्मनों की साजिश बताया ! परंतु बीजेपी की ओर से राष्ट्रपति अभिभासन के उत्तर देने की शुरुआत करने वाले "परवेश वर्मा " को तो निर्वाचन आयोग ने ,दिल्ली विधान सभा चुनावो में "”अमर्यादित और आपतिजनक भाषा का प्रयोग करने के लिए चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया था !! उन्होने राष्ट्रपति को धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए भी वही बात दोहराई --जिसके लिए चुनाव आयोग ने उन्हे "”” भड़काऊ और नफरत फैलाने वाला माना था !!! यानि की अगर दिल्ली विधान सभा चुनावो में बीजेपी पराजित हुई तो मुसलमान लोग हिन्दुओ के घर में घुस कर बहन - बेटियो की इज्ज़त लूट लेंगे | “” दूसरे सांसद थे तेजस्वी सूर्या जिनहोने तो यानहा तक कहा की अगर शाहीन बाग को अभी नहीं रोका गया तो ---देश में मुग़ल राज आ जाएगा !!! लगता हैं तेजस्वी सूर्य को टाइम मशीन में बैठ कर ब्रिटिश भारत के पहले के हालत देखने चाहिए !! धरम परिवर्तन --- शासक के धर्म से अलग लोगो को प्रताड़ना के उदाहरण तो अयोध्या के इछ्वाकु और सूर्यवंशी राजा राम के राज्य में भी शूद्र को वेद पड़ने के लिए सज़ा दी गयी | उनपर अपनी पत्नी माता सीता को एक "””धोबी "”” के कहने से परिवार से निकालने को आज भी लोग गलत ठहराते हैं ! उन्हे मर्यादा पुरुषोतम कहा गया हैं ---- परंतु बहुत से लोग दोनों ही घटनाओ के कारण उन्हे आदर्श नहीं मान पाते !!! परंतु क्या वे वेदिक धरम विरोधी हैं ? आज भी अक्सर घरो में और शिव मंदिरो में राक्षस राज़ रावण द्वरा रचित "””तांडव स्त्रोत "”” शरीर में साहस और भक्ति का भाव भर देता हैं ! यद्यपि देश के अनेक भागो में विजयदशमी को उसके और उसके पुत्रो के "””ढाचे बना कर जलाए जाते हैं | वह राम का शत्रु था परंतु महशिव का महान शिष्य था | उसकी शक्ति और वैभव उसी आशीर्वाद का परिणाम था !
अब भारत और भारत की राष्ट्रियता को भारत की नागरिकता और निवास से जोड़कर नागरिकता कानून में संशोधन करना ----तथा देश के लोगो से उनकी नागरिकता में सबूत के रूप में उनके जनम का प्रमाण पत्र --उनके जनक और जननी के जनम स्थान और तिथि का प्रमाण पत्र मांगना ; इतना ही नहीं ---आसाम में हुए एनआरसी के दौरान 15 लाख लोग "””विदेशी घोषित "””हुए थे ----जिसमें 9 लाख भोजपुरी बोलने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश के और पश्चमी बिहार के मूल के थे | ये सब सनातनी थे या आरएसएस के अनुसार हिन्दू थे ! अब इनके मामले विदेशी ट्राइबुनल में हैं | सरकार और उसके अधिकारियों की नियत ही हैं की देश के पूर्व राष्ट्रपति फख़रुडीन आली अहमद के परिवार को भी "””विदेशी या बंगला देशी "”” बना दिया गया ! आसाम की मुख्य मंत्री रही अनवरा तैमुर के परिवार को भी मूल निवासी नहीं माना | जिस प्रक्रिया से लोगो को इतनी परेशानी हो उसे सम्पूर्ण देश में लागू करना ------बस अपनी सनक पूरी करने के लिए ----जैसे हिटलर ने शुद्ध आर्य रक्त के लिए लाखो यहूदियो --- पोलैंड और अर्मेनिअन लोगो का संहार किया !!! अब उस हरकत की ओर बाद रही मोदी सरकार के नीयत को उसके "”छोरा ब्रिगेड "” देश को बता रही हैं | -------
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किस देश के हो ---किस मूल के हो { काकेसियन या द्रविड़ ---आर्य } ? क्या धरम हैं ? क्या लिंग हैं ? तुम्हारे माता -पिता कन्हा के थे -------और इन बातों को सिद्ध करने के लिए सबूत क्या हैं ? पासपोर्ट से नागरिकता साबित नहीं होती --यह मात्र यात्रा को अधिकरत करने का प्रपत्र हैं ? तुम्हारा मतदाता पत्र भी तुम्हें नागरिक नहीं सिद्ध करता --यह मात्र वोट करने का अधिकार देता हैं ? सत्ताधारी बीजेपी और उसके पिता समान संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को यह नहीं समझ में आ रहा हैं की ---उनका यह प्रयास देश को बँटने का काम कर रहा हैं | और यह सरकार द्वरा किया जा रहा गैर कानूनी फैसला हैं ------क्योंकि पासपोर्ट की पहली पंक्ति में ही लिखा होता हैं मैं भारत का राष्ट्रपति धारक को ...... मतदाता कार्ड भी "”””नागरिक के 18 साल की आयु पाने पर ही बन सकता हैं | बीजेपी के अनेक मुखर सांसदो ने कहा की की क्या हम भारत को ध्रंशाला बना दे की जो चाहे आए और बस जाये ? उनका अज्ञान दूर करने के लिए दो इस्लामिक राज्यो में भारत मूल के हिन्दुओ {{ संघ की भाषा में }} क्या सम्मान दिया हैं ------ इन्डोनेसिया एक इस्लामिक देश हैं --उनकी वायु सेवा {{ एयर इंडिया जैसी }} उसका नाम "”गरुड"” हैं | वनहा बाली प्रायद्वीप पर गणेश और हनुमान के मंदिर हैं ----वनहा की रामलीला में मुसलमान युवक -युवतीय भाग लेती हैं | उस देश में भी लगभग करोड़ भारतीय होंगे -----अब उन्हे इन्दोनेसिअन सरकार बाहर कर दे --जैसा युगांडा में कर्नल ईदी अमीन ने किया था की सभी भारतीयो की संपति जब्त कर देश छोडने पर मजबूर किया था | क्या तब मोदी सरकार उनके लिए नया नागरिकता संशोधन कानून लाएगी ?
उसी के पड़ोसी देश मलेशिया भी इस्लामिक राज्य हैं ----गणराज्य नहीं , वआनहा सुल्तान का राज हैं --जैसे सऊदी अरब - या अमीरात के पंचो राज्यो में | यानहा के प्रधान मंत्री महतीर मोहम्म्द के मंत्री मण्डल में भी चार भारतीय मूल के मंत्री हैं | सरकारी करामचरि तो बहुत हैं | वनहा इन लोगो से नहीं पुच्छा गया की --- तुम तो भारतीय हो यानहा नौकरी मांगने क्यू आए ? अथवा तुम्हें चुनाव में वोट देने या चुनाव लड़ने या जायदाद खरीदने का अधिकार नहीं हैं ---जैसा आसाम मे भारत सरकार के नुमिन्दे कर रहे हैं | थायलैंड के राजा को हम गौरव से राम का वंसज बताते हैं --उनके सेना में थाई - मुस्लिम और हिन्दू भी हैं | अब अगर वनहा के हिंदुओ को देश से बाहर किया गया तब क्या हम उन्हे बसने के लिए सुविधा दे पाएंगे --अथवा रोहिङ्ग्य की तरह अथवा काश्मीरी पंडितो की तरह विस्थापित कैंप में रहेंगे ?
कनाडा में प्रधान मंत्री त्रुडु की सरकार में उप प्रधान मंत्री एक सिख हैं | सिख ऐसी क़ौम हैं - जो हर जगह ही अल्प संख्यक रही । भले वह भारत हो या अफगानिस्तान हो या इंग्लंड हो या आस्ट्रेलिया हो या कनाडा --उन्होने अपने लिए जनहा भी रहते हैं सम्मान जनक जगह बनते हैं | अमेरिका में भी सिखो की संख्या गुजरातियों से भले कम हो --परंतु उनके गुरुद्वारे सदैव लोगो को खाना सुलभ कराते हैं ---फिर भले ही उनका धरम कुछ भी हो | होने को गु