गाजियाबाद से गौहाटी में भागवत जी का भावांतरण !!!
उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनावो को लेकर सत्तारूड दल बीजेपी के साथ संघ के आनुसंगिक संस्थाए जो सत्तर से अधिक हैं , सभी क्रियाशील हो गयी हैं | इस अभियान का आगाज गाजियाबाद से हुआ , जनहा इन संगठनो के प्रिय मुद्दे "”” हिन्दू --मुसलमान"” से शुरुआत हुई | सरसंघ चालक भागवत जी ने फतवा दिया की भारत के सभी रहवासी "हिन्दू है "” | जो भोपाल और चित्रकूट में "”फीका "” हुआ | और गौहाटी में तो संघ के असली रूप में निखरा जब भागवत जी ने "” 1930 से देश में मुस्लिम आबादी में इजाफा करने का षड्यंत्र रचा गया "” !!!!!
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ - बक़ौल उनके यह एक सान्स्क्रतिक संगठन हैं , परंतु भारतीय जनता पार्टी में इंका दखल ज़बरदस्त हैं | सिवाय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बाक़ी सभी नेता इनके सर संघचालक डॉ मोहन भागवत को माथा टेकते हैं | क्यूंकी प्रत्येक चुनाव से पहले जमीनी हक़ीक़त की जांच पड़ताल का ज़िम्मेदारी तो इनकी ही हैं ना ! 2023 में उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनावो को मद्दे नज़र संघ की अति सक्रियता तो होनी ही थी | जो भागवत जी के गाजियाबाद में राष्ट्रिय मुस्लिम मंच द्वरा डॉ इफ़्तिख़र की पुस्तक विमोचन के अवसर उनका यह कहना "”की देश के सभी लोगो का हिन्दू और मुसलमानो का डीएनए एक ही हैं "” अर्थात एक ही पूर्वजो की संतान है , धरम अलग होने से भारतीयता नहीं बदल जाती "” उन्होने यह भी कहा की यह बात वे ना तो अपनी छ्वि सुधारने के लिए और नाही वोट के लिए कह रहे हैं "”\ संघ की प्रतिनिधि सभा की सतना के चित्रकूट में होने वाली बैठक में जाते समय उन्होने भोपाल में कहा था की "” जो लोग मुस्लिमो को सताते है वे हिन्दू नहीं हो सकते "” | 95 साल पुरानी संस्था के मुखिया द्वरा सार्वजनिक रूप से दिये गए बयान से – एक बार लगा की संघ - बीजेपी और वीएचपी बजरंग दल द्वरा मुसलमानो से नफरत को जहर फैलाया जा रहा हैं , उस पर रोक लग रही हैं | परंतु सतना में संघ की प्रतिनिधि सभा में जिस प्रकार की आवाज़े ऊभर कर आई , वे भागवत जी की भावनाओ के विपरीत थी | उत्तर प्रदेश के ग्राम पंचायतों में बीजेपी और संघ के प्रिय योगी आदित्यनाथ की हैसियत पर सवालिया निशान लगा दिये थे | शायद अपनी छ्वी सुधारने और राजनीतिक रूप से मजबूत दिखने के लिए ब्लाक प्रमुखो के चुनाव में जबरदाश्त तरीके से सरकारी अमले का उपयोग करते हुए और पुलिस के आतंक से विरोधी दलो के उम्मीदवारों को नामजदगी का पर्चा तक दाखिल नहीं करने दिया गया | लखीमपुर खीरी में काँग्रेस प्रत्याशी के प्रस्तावक महिला की साड़ी उतारने का वीडियो वाइरल हुआ | योगी जी ने प्रदेशव्यापी हिनशा और सरकारी अमले की बेईमानी के बावजूद बयान दिया की चुनाव बहुत शांतिपूर्ण ढंग से समापन्न हुए लोगो ने बीजेपी का घोर समर्थन किया हैं !!! यह वैसा ही बयान था जैसा मोदी जी की राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में एक सवाल के उत्तर में कहा "”” की देश में कोरोना काल में ऑक्सीज़न की कमी से कोई मौत नहीं हुई !!! “” सार्वजनिक रूप से हुई घटना को सिरे से नकार देने की यह अनोखी परंपरा मोदी सरकार के समय में ही आई है !
अब फिर एक बार भागवत जी द्वारा एक ही विषय पर भिन्न -भिन्न स्थानो पर बदलल - बादल कर बयान देना , उनके लिए शोभनीय तो बिलकुल नहीं हैं | परंतु गाजियाबाद के बयान को गौहाटी के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में "”उलट "” देना ---आम और सहज लोगो को चौकने वाला हैं
यह एक संकेत हैं जो उत्तर प्रदेश के चुनावो का मुख्य
आधार बनेगा ! जिस प्रकार पंचायत चुनावो में पुलिस और सरकार के अफसरो के मदद से गवन से लेकर विकास खंडो और ज़िलो के चुनाव में धांधली हुई है -----उससे तो खतरा हैं की विधान सभा चुनाव भी ईमानदारी से नहीं सम्पन्न नहीं होंगे |