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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

May 25, 2013

आह श्रीनिवासन या वाह श्री निवासन !

 आह  श्रीनिवासन या  वाह  श्री निवासन !
                                                         नाम एक जैसा और काम उल्टा , जी हाँ  अमेरिका मैं  वंहा  की सीनेट ने श्री कान्त  श्री निवासन  को  वॉशिंग्टन  की  अपीलीय  अदालत का जज नियुक्त किए जाने को मंजूरी दे दी हैं , वंही  क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड  के  अध्यक्ष श्रीनिवासन  की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा हैं  , एक ने  भारत मे जन्म  लेने के बाद सुदूर  विदेश मे इज्ज़त कमाया और शोहरत  पायी , दूसरे ने अपने ही देश मैं  अपने कर्तव्यो से मुंह मोड़ा और देश की बदनामी करा दी  |  
         
                              श्री कान्त  श्री निवासन  का जन्म चंडीगड़  मैं हुआ था ,उनके   माता - पिता  अमेरिका मैं जा बसे थे , वंही इनकी शिक्षा - दीक्षा  हुई | कानून की  पढाई के उपरांत  उन्होने कुछ दिन एक ला  फ़र्म मैं काम किया |बाद में वे फेडरल  सर्विसेस  मैं  आ गए | वे फिलहाल संघीय प्रशासन मे  उप  सोलिसीटर  जनरल  के रूप मैं  कार्यरत हैं |   वे तीस लाख  भारत वंशियो  के लिए अभिमान का कारण हैं ,जो उन्हे एक दिन वंहा की फेडरल कोर्ट  मैं देखना चाहती  हैं , जो वंहा की सर्वोच  अदालत हैं | 
   
               दूसरी ओर  तमिलनाडु के  धनाढय परिवार  मे नारायणस्वामी   श्री निवासन     का जन्म  3 जनवरी 1945 को   मे हुआ|  जिनका व्यापार और उद्योगो मे काफी प्रभुत्व था , इनके पिता  नारायणस्वामी ने इंडिया सीमेंट्स  की स्थापना की | , श्रीनिवासन  इस समय उसके वाइस  प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेसक हैं | | कृषि मंत्री शरद पवार  के क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के प्रेसिडेंट पद से  हटने के पश्चात  श्रीनिवासन  ने यह ज़िम्मेदारी सम्हाली  थी | आई  पी  एल मैं वे    गत वर्ष की विजेता  विजेता टीम  '''चेन्नई  सुपर किंग ''' के मालिक हैं | यद्यपि उनके  जामाता  गुरुनाथ  मायाप्पन  कोई  वैधानिक  पद नहीं समहलते  हैं न ही इंडिया  सीमेंट्स  अथवा  आई पी अल  मैं परंतु  कहा यह जाता हैं की  खेल के मैदान से लेकर बोर्ड रूम तक मे  दखल    रखते हैं | यही  कारण हैं की  आज गुरुनाथ को  सभी शक  की निगाह से देखते हैं | उनके ही कारण उनके  ससुर  आज इस परेशानी  मैं   फंसे हैं | बहुत मुमकिन हैं की जल्दी ही उन्हे बी  सी सी ई  की प्रेसिडेंट  शिप को अलविदा  कहना पड़े |