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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Jul 25, 2013

दरवाजे पर खड़ी चुनौती और तैयारी --भर्ती करते सेनापति

 दरवाजे पर खड़ी चुनौती और तैयारी --भर्ती करते सेनापति 
                                                                          जिन राज्यो मे विधान सभा चुनाव होने जा रहे हैं  वे हैं  , मध्य प्रदेश और छतीसगढ ,  जंहा भारतीय जनता पार्टी ने तो  '''आशीर्वाद यात्रा ''' के नाम से मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चुनाव प्रचार की  शुरुआत  कर दी हैं | वंही मुख्य विपक्षी दल काँग्रेस  के खेमे मे अभी भी मान - मनौवाल  और समझाइस  का ही दौर चल रहा हैं |   ऐसे मे लोग यह  पूछ रहे हैं की  ''इनकी'' चुनावी यात्रा कब शुरू होगी? सवाल मौजू  हैं , क्योंकि एक ओर सत्तारूद दल तो साजो - सामान  के साथ मैदान मे तलवार भाँज रहा हैं दूसरी ओर सामने वाला अभी अपने साजो -सामान और जिरह बख्तर  की साफ सफाई मे ही लगे हुए हैं | 
                               ऐसे मे यह भावना होती हैं की क्या काँग्रेस का हाइ कमान सोच - विचार मे ही समय गंवा देगा ? दो - दो बार प्रदेश के नेताओ की बैठक कर के पार्टी के उपाद्यक्ष राहुल गांधी ने आपसी गुटबाजी को खतम करने का हुकुम सुना दिया हैं | परंतु उसका असर ज़मीन पर नहीं दिखाई देता | बीजेपी के तीखे और धारदार प्रचार और आरोपो की झड़ी  का कोई  जवाब  प्रदेश अथवा केंद्र के स्टार से नहीं दिया गया हैं | अब इसे सहनशीलता  कंहे अथवा किंकर्तव्य  विमुड , फिलहाल कारण कोई भी हो परंतु यह  ज़ंग  की तैयारी  तो बिलकुल नहीं हैं |
                                                                 हालांकि काँग्रेस के प्रदेश स्तर के नेताओ ने अपने -अपने प्रभाव छेत्र का दौरा कर के शिवराज सरकार के खिलाफ आरोपो का पुलिंदा मतदाताओ के सामने रख दिया हैं | विधान सभा सत्र मे  अविश्वास  प्रस्ताव के बिन्दु  भी अब लोगो के बीच पेश किए गए हैं | परंतु चुनाव प्रचार मे जो गति  बीजेपी की हैं उस का मुकाबला करने के लिए काँग्रेस को काफी तैयारी और परिश्रम करना होगा |


                      दिल्ली और प्रदेश स्तर के नेताओ मे तालमेल का पूरी तरह अभाव हैं , जिसका नज़ारा संसद संदीप  दीक्षित  के  भोपाल आने पर हुआ | हुआ कुछ यूं की उन्होने प्रदेश काँग्रेस  को हवाई जहाज से आने का कार्यक्रम  दिया परंतु ऐन मौके पर उन्होने ट्रेन पकड़ी और भोपाल आ गए , उधर हवाई अड्डे पर  पीसीसी  प्रभारी  रामेश्वर नीखरा  स्थानीय नेताओ को लेकर दीक्षित  का इंतज़ार करते रहे| बाद मे किसी ने उन्हे सूचना दी की दीक्षित प्रैस  वालों से बात कर रहे हैं | हुआ ये की दीक्षित के ट्रेन से जाने की खबर प्रवक्ता और वकील विनीत गोधा को मिली थी वे स्टेशन से उन्हे ले आए | इस पर नीखरा और गोधा की तू - तू मैं - मैं भी हुई | मतलब की दिल्ली से कौन आ रहा हैं इसकी खबर किसे देनी हैं यह भी अभी तक़ तय नहीं हैं | ऐसे मे चुनाव के दौरान कितना तालमेल रह पाएगा भगवान ही मालिक हैं | पर ताओयरी मे काँग्रेस पिछड़ रही हैं ||