Bhartiyam Logo

All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Nov 4, 2022

 

सरकार में कहते है – यू शो मी फेस  आई विल शो यू ला,मोरबी

                    

    मोरबी पुल दुर्घटना  के दोषी – अजंता घड़ी के निर्माताओ  के साथ गुजरात सरकार और उसके अधिकारियों  का यही रुख अब तक दिखाई पड रहा है | 150 से अधिक लोगो की मौत के जिम्मेदारों को उनकी “” मुनाफे की हवस “” के लिए अपने दायित्व  की अनदेखी करने का अपराध हुआ हैं | परंतु गुजरात की मौजूदा सरकार प्रदेश में हो रहे विधान सभा चुनावो  में “पटेल” समुदाय के नाराज़ होने के भय से असली गुनहगारों को गिरफ़्तार  नहीं कर रही हैं |  उल्टे सत्तारूद दल भारतीय जनता पार्टी के नेता टीवी चैनलो पर वही घिसे -पिटे जुमलेबाजी कर रहे हैं अपराधियो को बकशा नहीं जाएगा – पूरी गंभीरता से जांच की जाएगी – एस आईटी  गठित कर दी गयी हैं  दोषियो  को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी ! इन जुमलो को सुनते  सुनते ना केवल गुजरात वरन देश की जनता के भी कान पक  गए हैं !   संविधान  के अनुछेद 14 के अनुसार सभी को कानून के सामने समान रूप से  माना जाएगा , ऐसा वादा किया गया हैं |

परंतु लगता हैं गुजरात में ऐसा नहीं होरहा हैं, एसआईटी गठित  करने का स्वांग  अभी हाल में  में ज़हरीली शराब से भी सौ से अधिक लोगो की मौत हुई थी | एक ऐसे राज्य में जनहा पूर्ण नशाबंदी  हो और किसी भी प्रकार के नशा को  अपराध माना जाता हो  --वनहा  यह घटना और इतनी मौते भी गुजरात की भाजपा  सरकार की नैतिकता और कानूनी  ज़िम्मेदारी को नहीं जगा सकी ! इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता हैं की जनता की चुनी सरकार अपने निर्वाचको के दुख -दर्द की परवाह नहीं करे !  भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 36 के अनुसार  ऐसा कोई भी करी अपराध हैं , जिसके न करने से लोगो की मौत हो जाये | ऐसा ही दंड प्रक्रिया संहिता की  287 सेक्शन में भी  अपने “” कानूनी दायित्व  की “अनदेखी” करने के कारण यदि लोगो की मौत होती हैं तब भी  जिम्मेदार  व्यक्ति दोषी होगा !  क्या सरकार इनमे  से किसी भी कानूनी  प्रक्रिया का पालन कर रही हैं ! नहीं | ज़हरीली  शराब से हुई सैकड़ो घर उजाड़ गए थे , अनेकों महिलाओ के पति और -पुत्र इस नशे की भेंट चड गए थे | यह सब वनहा हुआ जनहा विगत  50 वर्षो से  शराब बंदी हैं , और 27 साल से बहरतीय जनता पार्टी की सरकार हैं , जिसमें 10 वर्ष स्वयं नरेंद्र मोदी जी मुख्य मंत्री रहे थे !  क्या किसी गिरोह को इन घटनाओ के लिए  , सरकार सज़ा दिलाने में सफल हुई , अथवा  

अदालत में पेश कर सकी ? नहीं

                हाल फिलहाल राज्य में  विधान सभ चुनावो में बीजेपी के नेता ,चाहे वे राज्य के मंत्री हो अथवा पार्टी के बड़े नेता  सभी इस मुद्दे से बात करने से  कतराते हैं |  यह कितना  दुर्भाग्य पूर्ण हैं की जिस देश में   गैस त्रासदी की जिम्मेदार   एक बहुराष्ट्रिय कंपनी यूनियन कार्बाइड  के मालिको को  त्वरित रूप से गिरफ्तार किया ---तब भी लोकसभा चुनाव चल रहे थे | परंतु तत्कालीन मुख्य मंत्री अर्जुन सिंह ने   राज्य सरकार के अधिकारो का उपयोग करते हुए “ एंडरसन -महिंद्रा और अन्य लोगो को गिरफ्तार किया | उसी देश में एक राज्य की सरकार अपने ही छेत्र की एक माध्यम कंपनी के मालिको को  उनकी “” कर्तव्यो की अनदेखी से हुई 150 मौतों के अपराध  के लिए छूने से घबरा रही हैं !  अब भाजपा के उन लोगो को अपने उन आरोपो का जवाब देना चाहिए –जिनहोने गैस  त्रासदी को लेकर  स्व्रगिया अर्जुन सिंह पर तरह – तरह के बेबुनियाद आरोप लगाये थे | उनके और उनके अनुयायियों को इसका जवाब देना चाहिए |                   देश के प्रसिद्ध भवन निर्माता  अंसल  भी दिल्ली के उपहार सिनेमा कांड में दोषी थराए गए | अभी हाल ही में लखनऊ में एक होटल में हुए अग्नि कांड में सिर्फ 4 लोगो की मौत पर  योगी सरकार ने  दर्जनो अफसरो को निलंबित कर दिया | आखिर वनहा भी तो भाजपा  की ही सरकार हैं ! फिर क्यू गुजरात की सरकार  सैकड़ो लोगो की मौत के गुनाह गार  को बचाने में लगी हैं < क्या वोट के लिए !