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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Dec 8, 2016

काला धन -नकली नोट और आतंकवाद का धन कान्हा है ?

काला धन -नकली नोट और आतंक वाद का धन - कनहा है ?
8 नवंबर को राष्ट्र व्यापी प्रसारण मे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटो को बेकार कागज का टुकड़ा करार दिया था जिसका उद्देस्य देश मे छुपे कालेधन और नकली करेंसी और आतंकवाद को पोषित करने वाली अर्थ व्यवस्था को समाप्त करना बताया था | एक अनुमान था की 14 लाख करोड़ की करेंसी मे से जो काला धन होगा वह "”प्रचलन"” से बाहर हो जाएगा |साथ ही आतंकवादी हरकतों को मिलने वाला पैसा भी बंद हो जाएगा |

परंतु बीते तीस दिनो की घटनाए इन सभी "”वादो "”” को ''जुमला"”” ही साबित कर रहे है | काश्मीर मे नोटबंदी के सात दिन के भीतर ही मारे गए आतंकवादी के पास 2000 के नए नोट पाये गए --आखिर ये कान्हा से आये ? इसके उपरांत कर्नाटक मे दो इंजीनीयरों के पास से चार करोड़ की नयी करेंसी बरामद हुई | फिर चंडीगढ मे गुडगाव मे कार से भी लाखो रुपये के नए नोट बरामद हुए | जिसको कन्हा से और कैसे प्रापत किया इसका खुलासा नहीं हुआ|

समाचार पत्रो मे छपने वाली खबरों के अनुसार लगभग सप्ताह मे तीन चार घटनाओ मे लाखो रुपये की नयी करेंसी बरामद हो रही है | अभी एक खुलासा हुआ की केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने अपने पास रखे 65 लाख रुपये बंकों मे जमा कराया | प्रदेश के एक अफसर ने भी बैंको मे एक करोड़ रुपये जमा कराये | यानहा सवाल इस बात का नहीं है की यह रुपया कन्हा से आया |,,बल्कि इस बात का है की “” जब सारे देश वासियो को घर का बचा धन बैंको मे जमा करने का हुकुम दिया --तब इन विशिष्ट जनो को इतनी धनराशि रखने का अधिकार कैसे ?? क्योकि जेटली जी को इतनी बड़ी नक़द राशि घर मे रखने की ज़रूरत क्या थी ?

फिलहाल बैंको के पास 12 लाख हज़ार करोड़ रुपये पहुँच गए है | अभी 31 दिसम्बर तक का संभावना है की यह राशि 14 लाख करोड़ भी हो सकती है | उस स्थिति मे काला धन – नकली करेंसी – आतंकवादियो का धन का पता कैसे चलेगा ????
मोदी जी करोड़ो के नए नोटो की बरामदगी क्या कह रही है ?

पूर्व बीजेपी मंत्री और खनिज माफिया जनार्दन रेड्डी की लड़की की 500 करोड़ की शादी के लिए 100 करोड़ रुपये के नोट बदलवाए गयेथे – उनके ड्राईवर रमेश का आतमहती के पूर्व लिखा पत्र
महाराष्ट्र के मंत्री की कार से 22 लाख रुपये के नोट बरामद
कर्नाटक के दो इंजीनीयरों के यानहा छापा - चार करोड़ की नयी करेंसी बरामद
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के 8नवम्बर की टीवी और रेडियो पर भ्रस्टाचार मिटाने और काला धन बाहर निकालने की घोसणा को यह खबरे मुंह चिड़ाती है |
वितता मंत्री अरुण जेटली ने भी 65 लाख रुपये जमा कराये प्रदेश के एक बड़े अफसर ने भी एक करोड़ से ज्यादा के नोट बद्लवाये

इन घटनाओ से सरकार के उस दावे की पोल खुल गयी की शादी के लिए सिर्फ 2.50 लाख नकद दिये जाएँगे नयी करेंसी मे | यह सबसे बड़ी राशि थी जो नियमतः किसी को प्रपट हो सकती थी --- परंतु दिल्ली मे अक्षसिस बैंक के दो करमचरियों ने सोने की सिल्ली रिश्वत मे लेकर साथ लाख रुपए बदल कर नयी करेंसी के नोट दे दिये

आखिर घोसणा के तीसवे दिन की माहवारी पर लेखा -जोखा क्या है ?? क्या काला धन बाहर आए अथवा कितने रिश्वत खोर पकड़े गये और उनकी संपाती राजसात हुई ? अथवा प्रदहन मंत्री जी यह भी एक जुमला बन कर रह गया ? अब मोदी जी कह रहे है अपनी भारतीय जनता पार्टी के नेताओ से की नोटबंदी का प्रचार उसी प्रकार होना चाहिए जैसा की चुनाव प्रचार के दौरान वादो का किया जाता है इस से यह तो साफ है की सरकार की साख की रक्षा का भार अब पार्टी के हाथो मे है ---मतलब सरकारी स्तरपर सवाल जवाब से परेशान इस नीति को चुनावी प्रचार का विषय बना दे जिस से की कोई कानूनी ज़िम्मेदारी ही ना रह जाये ------वाह मोदी जी और जेटली जी !!


संयोग से जिन पर साथ साल तक देश को लूटने का आरोप लगा रहे है फिल्मे बन रही है प्रचार और प्रसार हो रहा है --- उस पार्टी का कोई नेता अभी तक गिरफ्त मे नहीं आया ? इसका क्या अर्थ निकाला जाये ? आप ही जवाब दे ??