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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Feb 26, 2023

 

 हरियाणा में पाप और नागालैंड में  गाय भोजन की सामाग्री !

 

   हाल ही में  हरियाणा में राजस्थान के के दो मुस्लिम व्यापारियो जूनिड और नासिर की उनकी बोलाइरो गाड़ी में जलाकर हत्या करने की घटना को तथाकथित  “”गौ रक्षको “” के दो गिरोहो ने की थी | इस घटना को लेकर हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस के खिलाफ अफरन का मामला भी दर्ज़ किया |   बाद की जांच में इस लोंम्हर्शक  घटना  में मानेसर के एक नामजद अभियुक्त  को लेकर उसके समाज के लोगो ने  काफी हो हल्ला किया था –यानहा तक  उन्होने अभियुक्त के समर्थन में रैली भी निकाली ! 

                       कहने का तात्पर्य यह है की हरियाणा की खत्तर सरकार भारतीय जनता पार्टी की है | जो गाय को पूज्य  घोसीट करती हैं , परंतु नागालैंड की सरकार , जिसमें बीजेपी प्रमुख दल हैं , वनहा के बीजेपी नेता खुले आम  गौ मांस खाने का ब्यान देते है !  वनहा  अभी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी साथ मंच पर  मुख्य मंत्री नेफियो रियो  भी मौजूद थे , जिनहोने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया की हमारे लोग गाय का मांस खाते हैं , और बीजेपी को इसमे कोई एतराज़ नहीं है !! आश्चर्य की बात यही है की  हिन्दुत्व आर हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वाले संघ और विश्व  हिन्दू परिषद , तथा बजरंग दल के लोग , इस घोर “”पाप “” को क्या इसीलिए सहन कर रहे है की की उत्तर – पूर्व  के प्रांतो में गौ मांस  खाने वालो की सरकार  बीजेपी के साथ रहे !!!!

               इतना ही नहीं देश में इस्लाम और ईसाइयो के प्रति  संघ आर वीएचपी तथा बीजेपी का रुख  धर्मांतरण  को लेकर –सदैव  उग्र रहा हैं | इसका प्रमाण  यह है की संघ और बीजेपी में इन दोनों धर्मो के लोग पार्टी में और सरकार में एक या दो ही हैं !! उत्तर प्रदेश में पार्टी के पास इन धर्मो का कोई प्रामाणिक नेता नहीं हैं , ना ही विधान सभा में | नेत्रत्व में इन्हे स्थान केवल मुंह दिखाने भर का हैं !

                     अब इस स्थिति को को क्या कहेंगे ?  जो तथ्य एक जगह पाप या अपराध है , वह दूसरे स्थान पर कैसे  जायज या वैधानिक  हो सकता हैं ?  यह इसलिए भी  काबिले गौर  हैं जब  सरकार के नुमाइंदे और संगठन के लोग  खुले आम समान आचार संहिता की पुरजोर मांग कर रहे हो !

               अब आचार  संहिता तो सिविल या दीवानी मामलो को ही लेकर है ----अर्थात विरासत -विवाह - तलाक तथा अन्य मामलो के लिए ही होगी | परंतु  अपराध प्रक्रिया  संहिता  का छेत्र  तो समग्र भारत गणतन्त्र हैं , बिना किसी धरम या जाति के भेदभाव के बिना लागू होता हैं | परंतु अनेक राज्यो में  तो ,  जैसे उत्तर प्रदेश , पंजाब , हरियाणा और राजस्थान  में  गाय का ""वध "" सांघातिक अपराध हैं | उत्तर प्रदेश और हरियाणा में तो  विगत में अनेक मुस्लिमो को मार कर हत्या की घटनाए हुई हैं |  अब ऐसे में  बीजेपी के हिन्दुत्व  और संघ  को नागा लैंड  में वभ की नगा जनजाति के भोजन ""बीफ "" यानि की गौ मांस  को सहमति  देना  सत्तारुड दल और सरकार की ""नियत "" पर सवाल तो खड़ा करता हैं | आखिर कैसे एक अपराध सात सौ किलोमीटर  पहुँच कर भोजन  का भाग बन जाता हैं !!!

          इतना ही नहीं केंद्र की सरकार  प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सभी कार्यक्रम को ""शासकीय "" बना देता है , भले ही वे वनहा अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार कर रहे हो !!!  जैसे की नागा लैंड  किसभा में  ईसाई बहुल राज्य  में  मंच पर  पादरी  से प्रार्थना  करवाना  भी चुनावी  हथकंडा ही कहा जाएगा | वरना जो बीजेपी काँग्रेस नेता श्रीमति सोनिया गांधी  के धरम को लेकर हमेशा उनकी देश भक्ति पर आरोप लगाती रही हैं | वे एक कैथोलिक  ईसाई है | परंतु उनकी पुत्र राहुल और पुत्री  प्रियंका  वादरा  सनातन धरम मानते हैं |

          गौमांस  का निर्यात  वैसे तो प्रतिबंधित हैं , परंतु  भारत सबसे बड़ा इसका निर्यातक भी हैं | आंध्र आर उत्तर प्रदेश  में  अनेक कारखाने टनों मांस अरब देशो को निर्यात होता हैं |

केरल और  तामिलनाडु में  बीफ या गौ मांस  का इस्तेमाल   सार्वजनिक रूप से किया जाता हैं |  अब वनहा पर बीजेपी क्या चुनाव  में इस मुद्दे को उठा सकती हैं ? मेरे मत में तो कतई नहीं क्यूंकी यह घाटे का सौदा होगा , बीजेपी सत्ता के लिए  अपने मूल्यो और वादो को भी छोड़ देगी , क्यूंकी मोदी  जी को सत्ता चाहिए , वादे और मूल्य का कोई मोल नहीं हैं |