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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Feb 6, 2014

कट्ट्रवादियो और सुधार वादियो का विश्व के मानचित्र पर वर्तमान टकराव


कट्ट्रवादियो और सुधार वादियो का विश्व के मानचित्र पर वर्तमान टकराव

कभी -कभी परस्पर विरोधी समाचार एक साथ मिलते हैं ---तब समझ मे नहीं आता की किस पर हँसे या किस पर रोएँ? परंतु दोनों ही तथ्य होते हैं | अक्सर फिल्मों मे देखा हैं की सेवक आता हैं और कहता हैं की साहब दो खबरे हैं एक बुरी एक अछि , कुछ वैसा ही अफगानिस्तान और मिस्र की खबरों को पढ कर लगा | दोनों ही स्थानो पर अमरीकी प्रभाव का इस्तेमाल हुआ | मिस्र मे अगर कूटनीतिक हस्तछेप से सुधार हुआ तो अफगानिस्तान मे सालो तक नाटो और अमेरिका की सेना और उसके अधिकारी मौजूद रहे है और अभी भी है | ऐसे मे राष्ट्रपति करज़ई द्वारा अफगान पुरुषो को अपनी पत्नियों को """पीटने"" का अधिकार देना न केवल मनवाधिकारों का सरासर उलंघन हैं वरन स्त्री - पुरुष के बराबरी के अधिकार के सभ्य समाज के नियमो का भी खुला विरोध है | परंतु करज़ई द्वारा स्थानीय क़बीलो के सरदारो की रूढिवादी सोच के सामने घुटने टेकने की कवायद हैं | कबीलाई सोच का यह कदम उन देशो की ही भांति हैं जनहा इस्लामिक शरीय का कानून लागू हैं | उनके इस कदम का कारण वनहा पर इन कबीलो द्वारा सेनाओ के दस्तो पर हो रहे हमलो को रोकने का एक घटिया प्रयास हैं |

इसके विपरीत मिस्र मे मुस्लिम ब्रदर हूड़ द्वारा चुनवो मे बहुमत प्राप्त करने के बाद मुरसी प्रधान मंत्री बने और उन्होने नया संविधान बना कर गैर मुस्लिमो के अनेक जन तांत्रिक अधिकारो को खतम कर दिया | जिसके विरोध मे महीनो तक सडको पर दंगे होते रहे सैकड़ो लोगो की जाने सेना से हुई मुठभेदों मे गयी | वनहा पर दुबारा चुनाव करने की कवायद शुरू की जा रही हैं | फील्ड मार्शल सीसी , जिनको श्रेय जाता हैं मुरसी सरकार को हटाने का , वे इस बार खुद राष्ट्रपति के चुनाव के उम्मीदवार बने हैं | उनके बारे मे कहा जाता हैं की वे उदार वादी विचारो के हैं | मिस्र के गैर मुस्लिम संप्रदाय के लोगो मे लोकप्रिय भी हैं | यह उम्मीद की जाती हैं की वे उस पुराने संविधान को रद्द कर के नया संविधान बनाएँगे जिसमे सभी मिस्री लोगो को बराबरी का दर्जा हासिल होगा |

अब इन दोनों ही घटनाओ कट्टर और सुधार वादी सोच का परिणाम स्पष्ट दिखाई पड़ता हैं | जैसे संसार मे अच्छे और बुरे की लड़ाई सदैव से चली आ रही हैं वैसे ही षड अभी और चलेगी | अफगानिस्तान की खिलाड़ी हॉकी आदि मे बिना पर्दा किए हुए भाग लेती हैं शायद आने वाले डीनो मे इन पर भी रोक लग जाये | अगर ऐसा हुआ तो विश्व के सामने सभ्यता फिर एक बार शर्म सार होगी यही प्रार्थना करनी चाहिए की ऐसा नहीं हो तो अच्छा हैं | |