Apr 3, 2014
हैंडरशन रिपोर्ट और कुछ तथ्य उसको झुठलाते हुए
हैंडरशन रिपोर्ट और कुछ तथ्य उसको झुठलाते हुए
ऑस्ट्रेलियन पत्रकार ने 59 साल बाद एक रहस्योद्घाटन किया की तत्कालीन प्रधान मंत्री ने चीन को हमले के
लिए उकसाया था | मैंने उनकी किताब को नहीं पड़ा हैं , केवल अखबारो मे उस किताब के बारे मे जो कुछ छपा है उसी के आधार पर एक
रॉय बनाई हैं , जिसके बारे मे कुछ तथ्य हैं जो मैं सार्वजनिक करना चाहता हूँ | इसलिए नहीं की जो लिखा गया हैं वह कल्पना हैं , वरन
सत्य तो नहीं कह सकता |
जंहा तक भारत - चाइना विवाद का प्रश्न हैं , उसकी शुरुआत 21 ओक्टोबर 1959 को लद्दाख मे भारतीय पुलिस
के दस जवानो को चाइना की सेना ने धोखे से हॉट स्प्रिंग चांग चेनपो नदी पर हत्या कर दी थी |शहीद हुए जवानो के नाम है 1- सिपाही
पूरन सिंह , 2- सिपाही धरम सिंह 3-सिपाही नरबी लामा , 4- सिपाही शेर सिंह ,5-सिपाही हांजित सूबा , 6- सिपाही सरबन दास
7-सिपाही शिवनाथ प्रसाद , 8- सिपाही बेगराज 9-सिपाही इमाम सिंह 10- सिपाही माखन लाल | इस घटना के समय जवाहर लाल नेहरू
लंदन मे राष्ट्र मण्डल सम्मेलन मे भाग लेने गए हुए थे |इन शहीद सिपाहियो के शव चीनी अधिकारियों द्वारा 13 नवम्बर 1959 को भारतीय
अधिकारियों को सौपे | 14 नवम्बर को हॉट स्प्रिंग मे ही वीरगति प्राप्त इन जवानो का अंतिम संस्कार किया गया |
इस घटना पर पंचशील के प्रणेता ने स्पष्ट किया की "" जिस स्थान पर यह घटना हुई है , वह भारत का हिस्सा हैं चीन का नहीं , ज़ाहिर है हमारा देश संसार के किसी भी देश के आगे दर या धमकी से नहीं झुकेगा , यह हमारी इज्ज़त और शान के के खिलाफ की हम अपना रास्ता छोड़ दे ""
अब यहा यह बताना भी जरूरी हैं की 21 अक्तूबर को आज भ सारे भारतवर्ष मे सभी प्रदेशों की पुलिस '''स्म्रती" दिवस के रूप मे मनाती है | इसलिए यह कहना की नेहरू ने चीन पर हमले के लिए उकसाया कहना गलत है |
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