जाने
पहचाने चिन्हो मे कौन है असली
समाजवादी
??
+4 जनवरी
को निर्वाचन आयोग द्वारा
पाँच राज्यो मे चुनाव का 66
दिन
के महाभारत का श्री गणेश हो
गया है |
690 सीटो
के लिए पाँच राज्यो मे होने
वाले चुनाव भारतीय जनता पार्टी
और काँग्रेस तथा अकाली दल एवं
केजरीवाल की आप पार्टी का
भाग्य जुड़ा है |
इन
सबसे महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश
का चुनाव है --जिस
पर समाजवादी पार्टी और बहुजन
समाज तथा बीजेपी समेत काँग्रेस
सबकी निगाह लगी रहेगी |
परंतु
इस चुनाव मे सबसे बड़ी दिक़्क़त
समाजवादी पार्टी की है -जनहा
मुख्य मंत्री अखिलेश यादव
और उनके पिता मुलायम सिंह के
बीच चुनाव चिन्ह को लेकर
हो रहा विवाद है |
जिसके
कारण अखिलेश को समर्थको से
कहना पड़ता है की सब अपने निर्वाचन
छेत्र मे जा कर प्रचार मे जुड़
जाये |
सवाल
यह है की ग्रामीण जनता चुनाव
चिन्ह तो पहचनाती है अब ऐसे
मे साइकल का मतदान पत्र मे
नहीं होना उन्हे काफी भ्रमित
कर सकता है |
भले
ही कुछ और चुनाव चिन्ह के साथ
दोनों पक्ष चुनावी दंगल मे
उतरे -परंतु
मतदाताओ को पहचान बताने के
लिए टीवी से प्रचार मे वक़्त
लगेगा-
और
समय बालू की तरह हाथ से फिसलती
जा रही है |
हाथ
और हाथी के साथ कमल के अलावा
साइकिल की गैर हाज़िरी क्या
गूल खिलाएगी -मालूम
नहीं |पर
उम्मीद है की बाप -बेटे
की लड़ाई का समाधान निकाल आए
|
अन्यथा
चुनाव की लड़ाई मे समाजवादी
पिछड़ जाएँगे |
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