नागरिक अधिकार की सुरक्षा का दस्तावेज़ है -बिल ऑफ राइट्स
मैग्ना कार्टा ने जहा प्रजा को नागरिक का दर्जा दिया - तथा उन्हे अधिकार से लैस किया तथा व्यक्ति को सम्मान पूर्वक जीने का मौका दिया , परंतु इन अधिकारो को संविधान मे स्थान देने और सरकार के अंगो के द्वारा नागरिक स्वतन्त्रता की सुरक्षा का बंदोबस्त करने का काम बिल ऑफ राइट्स ने किया || मैगनाकार्टा के अस्तित्व मे आने के चार सौ साल बाद नागरिक अधिकार की सुरक्षा का दस्तावेज़ है -बिल ऑफ राइट्स |ब्रिटिश प्रजा को नागरिक अधिकार दिलाने की मुहिम जो 1215 मे रुनिमेड के मैदान से शुरू हुई थी ,, उसकी परिनिटी एक दस्तावेज़ के रूप मे 1225 को हुई | अंग्रेज़ो को अपने शासक से ""सुरक्षा कवच"" पाने मे दस वर्ष लगे परंतु ब्रिटिश साम्राज्य से निकाल कर """नयी दुनिया मे भाग्य आज़माने वाले """ अंग्रेज़ो को अपनी लड़ाई 120 वर्ष लदनी पड़ी |
आइए देखते है की कैसे बात आगे चली | ब्रिटेन के कठोर मौसम और बंजर ज़मीन ----बदती आबादी का बोझ उठा पाने मे असमर्थ थी | दरिद्रता --अशिक्षा --भुखमरी के कारण
वनहा के लोग वास्को डिगमा और कोलंबस की यात्राओ को सुन ने कए बाद सुनहरे भविष्य के सपने सजोने लगे थे | ब्रिटेन छोड़ने वालो मे अधिकतर स्कॉटलैंड और आयरलैंड के थे | जिनहे पानी के जहाज़ो मे भर कर
नयी दुनिया पहुंचाया गया ||कोलंबस ने यही नाम दिया था | अपार उपजाऊ भूमि और खनिज संपदा के कारण
जल्दी ही वीरानों मे तम्बू दिखाई देने लगे | भारत के साथ इस प्रकार हुई आबादी की भगदड़ का एक उदाहरण है ----मरीशस -सूरीनाम आदि | जनहा भारतीय मजदूरो के पसीने ने गन्ने और चुकंदर की खेती कर के ब्रिटिश
साम्राज्य को चीनी के अंतर राष्ट्रिय बाज़ार मे भाव ''तय करने की ताकत '''''दी | लंडन मे शुगर एक्स्चेंज सैकड़ो वर्षो तक दुनिया मे भाव निश्चित करता रहा | अमेरिका मे पहुंचे लोगो को वनहा स्थित अंग्रेज़ अधिकारियों से रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता था --सभी के नाम पते लिखे जाते थे साम्राज्य के किस हिस्से से यानहा आए आदि तफसील लिखाई जाती थी | उसके बाद उन्हे समूहो मे रवाना किया जाता था ----सुनहरे भविस्य की ओर
,, अधिकांश लोग अपने परिचितों -- इंग्लंड से साथ आए लोगो के साथ बड़ी - बड़ी घोडा गाड़ियो मे लाव - लश्कर लाड़ कर निकल पड़ते थे | लगभग सभी लोग हथियारबंद होते थे | सभी को यानहा के ""मूल निवासियों"" जिनहे वे """इंडियन""" कहते थे ,, उनसे सतर्क रहने की सलाह दी जाती थी | क्योंकि वे नर भक्षी थे | खुली जमीन पर कब्जा करने का तरीका था की घुड़सवार लाइन खिच देता था ----इन बाशीदों को खेती के लिए पानी के साधन की जरूरत थी और इस कारां बहुत लोगो की इन लड़ाइयो मे जान भी गयी |
यद्यपि कोलंबस ने बाहामा - साल्वाडोर आदि पर स्पेन का आधिपत्य किया | उनसे पहले एरिक्सन ने बारहवि सदी मे इन छेत्रों की यात्रा की थी | परंतु कोलंबस की खोज ने यूरोप की शक्तियों को अपना साम्राज्य और - व्यापार का विस्तार करने का मौका दिया | विभिन्न देशो के लोग यानहा मूलतः खेती और खनिज के लिए आए थे | परंतु ब्रिटिश फौजों की उपस्थिती ने उनके वर्चस्व को स्थापित किया था | परंतु
फौजी अधिकारियों की ना इंसाफ़ी इन लोगो को अखरती थी | समय के साथ इन बासिन्दों ने नगरिया संस्थाए
बना ली थी जनहा चुनाव से मेयर और शेरिफ़ चुने जाते थे | झगड़े की जड़ बोस्टन मे चाय के आयात पर अंग्रेज़ो द्वारा महसूल वसूले जाने से हुई | स्थानीय लोगो का विचार था की हम ब्रिटिश क्राउन के अधीन नहीं है | जिन इलाको मे जिस राज्य लोगो का बाहुल्य था वे अपना गवर्नर चुन लेते थे | कैलिफोर्निया पर कुछ समय तक स्पेन का भी प्रभुत्व रहा |
1689 मे बिल ऑफ राइट्स की अव धारणा प्रत्पादित की गयी , लेकिन इस पर वाद - विवाद हुआ लगभग 86 साल बाद 1776 मे थामस जेफरसन ने इन अधिकारो का एक दस्तावेज़ बनाया --जिसे ही बिल ऑफ राइट्स कहा गया | उस समय 13 कालोनिया थी जो ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन थी | जिनहोने किंग जार्ज त्रतीय की अधीनता मानने से इंकार कर दिया | उन्होने अपने लिए एक संघीय ढांचा चुना -- जो आज भी बरकरार है | 1787 मे फिलाडेल्फिया मे सभी कोलोनियों के नेताओ ने """ सभी मानव बराबर है ""' के सिधान्त को अपना मुख्य घोष बनाया | जेफरसन के दस्तावेज़ के अनुसार सभी नागरिकों को भासन देने की -- अपना धर्म पालन करने की - कानून के सामने बराबरी - बिना अदालत के हुकुम के गिरफ्तारी और दंड से बचाव की - अधिकार थे | इन अधिकारो को 15 दिसम्बर 1791 को संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान मे स्थान दिया गया | लागू होने के तत्काल बाद कुछ संशोधन किए गए जिनहे
आज भी अमरीकी ""फ़र्स्ट अमेंडमेंट "" कहते है ,, इसमे हथियार रखने का अधिकार --स्वयं के वीरुध गवाही देने से मुक्ति का अधिकार आदि है |
वास्तव मे बिल ऑफ राइट्स ने नागरिकों के अधिकारो को शासन की विभिन्न अंगो से सुरक्षित रखने का काम किया है | मैगना कार्ता मे शासक की सहमति से प्रजा ने अधिकार लिए थे | परंतु बिल ऑफ राइट्स ने ब्रिटिश हुकूमत का आतंक पर प्रश्न चिन्ह और निष्ठा को संदिग्ध बना दिया था | इसी लिए सविधान निर्माताओ ने शासन से -अदालत से और विधायिका के चंगुल से इन अधिकारो को बचा कर रखने का काम किया है |
मैग्ना कार्टा ने जहा प्रजा को नागरिक का दर्जा दिया - तथा उन्हे अधिकार से लैस किया तथा व्यक्ति को सम्मान पूर्वक जीने का मौका दिया , परंतु इन अधिकारो को संविधान मे स्थान देने और सरकार के अंगो के द्वारा नागरिक स्वतन्त्रता की सुरक्षा का बंदोबस्त करने का काम बिल ऑफ राइट्स ने किया || मैगनाकार्टा के अस्तित्व मे आने के चार सौ साल बाद नागरिक अधिकार की सुरक्षा का दस्तावेज़ है -बिल ऑफ राइट्स |ब्रिटिश प्रजा को नागरिक अधिकार दिलाने की मुहिम जो 1215 मे रुनिमेड के मैदान से शुरू हुई थी ,, उसकी परिनिटी एक दस्तावेज़ के रूप मे 1225 को हुई | अंग्रेज़ो को अपने शासक से ""सुरक्षा कवच"" पाने मे दस वर्ष लगे परंतु ब्रिटिश साम्राज्य से निकाल कर """नयी दुनिया मे भाग्य आज़माने वाले """ अंग्रेज़ो को अपनी लड़ाई 120 वर्ष लदनी पड़ी |
आइए देखते है की कैसे बात आगे चली | ब्रिटेन के कठोर मौसम और बंजर ज़मीन ----बदती आबादी का बोझ उठा पाने मे असमर्थ थी | दरिद्रता --अशिक्षा --भुखमरी के कारण
वनहा के लोग वास्को डिगमा और कोलंबस की यात्राओ को सुन ने कए बाद सुनहरे भविष्य के सपने सजोने लगे थे | ब्रिटेन छोड़ने वालो मे अधिकतर स्कॉटलैंड और आयरलैंड के थे | जिनहे पानी के जहाज़ो मे भर कर
नयी दुनिया पहुंचाया गया ||कोलंबस ने यही नाम दिया था | अपार उपजाऊ भूमि और खनिज संपदा के कारण
जल्दी ही वीरानों मे तम्बू दिखाई देने लगे | भारत के साथ इस प्रकार हुई आबादी की भगदड़ का एक उदाहरण है ----मरीशस -सूरीनाम आदि | जनहा भारतीय मजदूरो के पसीने ने गन्ने और चुकंदर की खेती कर के ब्रिटिश
साम्राज्य को चीनी के अंतर राष्ट्रिय बाज़ार मे भाव ''तय करने की ताकत '''''दी | लंडन मे शुगर एक्स्चेंज सैकड़ो वर्षो तक दुनिया मे भाव निश्चित करता रहा | अमेरिका मे पहुंचे लोगो को वनहा स्थित अंग्रेज़ अधिकारियों से रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता था --सभी के नाम पते लिखे जाते थे साम्राज्य के किस हिस्से से यानहा आए आदि तफसील लिखाई जाती थी | उसके बाद उन्हे समूहो मे रवाना किया जाता था ----सुनहरे भविस्य की ओर
,, अधिकांश लोग अपने परिचितों -- इंग्लंड से साथ आए लोगो के साथ बड़ी - बड़ी घोडा गाड़ियो मे लाव - लश्कर लाड़ कर निकल पड़ते थे | लगभग सभी लोग हथियारबंद होते थे | सभी को यानहा के ""मूल निवासियों"" जिनहे वे """इंडियन""" कहते थे ,, उनसे सतर्क रहने की सलाह दी जाती थी | क्योंकि वे नर भक्षी थे | खुली जमीन पर कब्जा करने का तरीका था की घुड़सवार लाइन खिच देता था ----इन बाशीदों को खेती के लिए पानी के साधन की जरूरत थी और इस कारां बहुत लोगो की इन लड़ाइयो मे जान भी गयी |
यद्यपि कोलंबस ने बाहामा - साल्वाडोर आदि पर स्पेन का आधिपत्य किया | उनसे पहले एरिक्सन ने बारहवि सदी मे इन छेत्रों की यात्रा की थी | परंतु कोलंबस की खोज ने यूरोप की शक्तियों को अपना साम्राज्य और - व्यापार का विस्तार करने का मौका दिया | विभिन्न देशो के लोग यानहा मूलतः खेती और खनिज के लिए आए थे | परंतु ब्रिटिश फौजों की उपस्थिती ने उनके वर्चस्व को स्थापित किया था | परंतु
फौजी अधिकारियों की ना इंसाफ़ी इन लोगो को अखरती थी | समय के साथ इन बासिन्दों ने नगरिया संस्थाए
बना ली थी जनहा चुनाव से मेयर और शेरिफ़ चुने जाते थे | झगड़े की जड़ बोस्टन मे चाय के आयात पर अंग्रेज़ो द्वारा महसूल वसूले जाने से हुई | स्थानीय लोगो का विचार था की हम ब्रिटिश क्राउन के अधीन नहीं है | जिन इलाको मे जिस राज्य लोगो का बाहुल्य था वे अपना गवर्नर चुन लेते थे | कैलिफोर्निया पर कुछ समय तक स्पेन का भी प्रभुत्व रहा |
1689 मे बिल ऑफ राइट्स की अव धारणा प्रत्पादित की गयी , लेकिन इस पर वाद - विवाद हुआ लगभग 86 साल बाद 1776 मे थामस जेफरसन ने इन अधिकारो का एक दस्तावेज़ बनाया --जिसे ही बिल ऑफ राइट्स कहा गया | उस समय 13 कालोनिया थी जो ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन थी | जिनहोने किंग जार्ज त्रतीय की अधीनता मानने से इंकार कर दिया | उन्होने अपने लिए एक संघीय ढांचा चुना -- जो आज भी बरकरार है | 1787 मे फिलाडेल्फिया मे सभी कोलोनियों के नेताओ ने """ सभी मानव बराबर है ""' के सिधान्त को अपना मुख्य घोष बनाया | जेफरसन के दस्तावेज़ के अनुसार सभी नागरिकों को भासन देने की -- अपना धर्म पालन करने की - कानून के सामने बराबरी - बिना अदालत के हुकुम के गिरफ्तारी और दंड से बचाव की - अधिकार थे | इन अधिकारो को 15 दिसम्बर 1791 को संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान मे स्थान दिया गया | लागू होने के तत्काल बाद कुछ संशोधन किए गए जिनहे
आज भी अमरीकी ""फ़र्स्ट अमेंडमेंट "" कहते है ,, इसमे हथियार रखने का अधिकार --स्वयं के वीरुध गवाही देने से मुक्ति का अधिकार आदि है |
वास्तव मे बिल ऑफ राइट्स ने नागरिकों के अधिकारो को शासन की विभिन्न अंगो से सुरक्षित रखने का काम किया है | मैगना कार्ता मे शासक की सहमति से प्रजा ने अधिकार लिए थे | परंतु बिल ऑफ राइट्स ने ब्रिटिश हुकूमत का आतंक पर प्रश्न चिन्ह और निष्ठा को संदिग्ध बना दिया था | इसी लिए सविधान निर्माताओ ने शासन से -अदालत से और विधायिका के चंगुल से इन अधिकारो को बचा कर रखने का काम किया है |
No comments:
Post a Comment