कारगिल और जनरल मुशर्रफ - घुसपैठ या युद्ध , तब और अब
जनरल मुशर्रफ आज दावा कर रहे हे की उन्हे गर्व हे की पाकिस्तानी सेना ने यह अभियान सफलता पूर्वक सम्पन्न किया | जनरल के रूप मे और राष्ट्रपति के ओहदे पर रहते हुए जिस बात को उन्होने हमेशा "गलत और झूठ " करार दिया , उस हक़ीक़त को आज वे खुद सही बता रहे हे | पाकिस्तान नेशनल एसम्ब्ली के चुनाव की पूर्व , यह प्रचार उन्हे एक फायर ब्रांड नेता की छवि दिलाने मे कामयाब होगा शायद यही सोच कर जनरल नाय "कल के कलंक को आज उपलब्धि "काय रूप मे पेश कर रहे हे |
अन्तराष्ट्रिय मंचो पर और टी वी पर वे हमेशा इस मुद्दे से बचते रहे हे , परन्तु पाकिस्तान पहुँचते ही उन्होने ये दावा करना शुरू कर दिया | जो हक़ीक़त एक प्रशासक के रूप मे नामंज़ूर थी , उसे आज वे गले मे लटकाए फिर रहे हे | बस इस उम्मीद मे की पाकिस्तान की जनता उन्हे बेनज़ीर भुट्टो के हत्यारे के रूप के बजाय भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले एक सिपाही की हैसियत से जाने | अब यह नारा कितना कारगर साबित होगा यह देखने वाली बात होगी ? अगर तो पाकिस्तान की जनता वाकई दहशतगर्दो की हरकतों से परेशान हे , तब तो जनरल को मुंह की खानी पड़ेगी | अगर आज भी पाकिस्तान के लोग हिंदुस्तान से नफरत की खुराक पर ज़िंदा हे ,तब बात दूसरी हे | फिलहाल तो जनरल पर सिंध हाई कोर्ट के बाहर जूता फेंका गया हे , जो आम आदमी के मिजाज की बानगी हे , अब देखना हे की ऊंट किस करवट बैठता हे ?
जनरल मुशर्रफ आज दावा कर रहे हे की उन्हे गर्व हे की पाकिस्तानी सेना ने यह अभियान सफलता पूर्वक सम्पन्न किया | जनरल के रूप मे और राष्ट्रपति के ओहदे पर रहते हुए जिस बात को उन्होने हमेशा "गलत और झूठ " करार दिया , उस हक़ीक़त को आज वे खुद सही बता रहे हे | पाकिस्तान नेशनल एसम्ब्ली के चुनाव की पूर्व , यह प्रचार उन्हे एक फायर ब्रांड नेता की छवि दिलाने मे कामयाब होगा शायद यही सोच कर जनरल नाय "कल के कलंक को आज उपलब्धि "काय रूप मे पेश कर रहे हे |
अन्तराष्ट्रिय मंचो पर और टी वी पर वे हमेशा इस मुद्दे से बचते रहे हे , परन्तु पाकिस्तान पहुँचते ही उन्होने ये दावा करना शुरू कर दिया | जो हक़ीक़त एक प्रशासक के रूप मे नामंज़ूर थी , उसे आज वे गले मे लटकाए फिर रहे हे | बस इस उम्मीद मे की पाकिस्तान की जनता उन्हे बेनज़ीर भुट्टो के हत्यारे के रूप के बजाय भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले एक सिपाही की हैसियत से जाने | अब यह नारा कितना कारगर साबित होगा यह देखने वाली बात होगी ? अगर तो पाकिस्तान की जनता वाकई दहशतगर्दो की हरकतों से परेशान हे , तब तो जनरल को मुंह की खानी पड़ेगी | अगर आज भी पाकिस्तान के लोग हिंदुस्तान से नफरत की खुराक पर ज़िंदा हे ,तब बात दूसरी हे | फिलहाल तो जनरल पर सिंध हाई कोर्ट के बाहर जूता फेंका गया हे , जो आम आदमी के मिजाज की बानगी हे , अब देखना हे की ऊंट किस करवट बैठता हे ?
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