नरसंहार का दोषी --नेतन्याहु या दुतेरते ???
अन्तराष्ट्रिय अपराध न्यायालय के वारंट पर फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति
रॉडरिगो दुतेरते को मंगलवार को मनीला मे नर संहार के आरोप मे तब उनको गिरफ्तार किया गया जब वे हाँगकांग से वापस लौटे थे | उन पर आरोप हैं की फिलीपींस के राष्ट्रपति रहते हुए उन्होंने नशे के विरुद्ध अपनी मुहिम मे हजारों लोगों को बिना कानूनी प्रक्रिया के मौत के घाट उतार दिया था | उनके इस फैसले को "”नर संहार "” की श्रेणी मे रखा गया है | यह तथ्य भी सही हैं , की उनके राष्ट्रपति रहते हुए अवैध -मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों की खूब दर -पकड़ हुई थी | पर यह भी सत्य है की उन्हे फिलीपींस की जनता ने उनके नशा विरोधी मुहिम के समर्थन मे उन्हे दूसरी बार अपना नेता -राष्ट्रपति चुना | इस हकीकत को को अनदेखा नहीं किया जा सकता है | उस समय भी अनेक स्थानीय नेताओ ने फौज द्वरा ड्रग तस्करों के अड्डे पर फौज के छापों के दौरान हुई गोलाबारी में काफी लोगों की मौत हुई थी |
उस समय भी फिलीपींस सरकार को ओर से कहा गया था की ड्रग तस्करी के पैसे देश की राजनीति को प्रभावित करने की साजिश की जा रही हैं | यह सर्वज्ञात तथ्य है की दक्षिणी अमेरिका के कोलम्बिया -- पेरू -- बोलेवीया के नशे के बड़े - बड़े गैंग जिन्हे अन्तराष्ट्रिय भाषा मे "”कारटेल "” कह जाता है | इन गिरोहों की दखलंदाज़ी अपने सरकारों और छेत्रीय प्रशासन में भी है | संयुक्त राज्य अमेरिका की नशा विरोधी मुहिम के कारण इन गिरोहों की कारवाई अमेरिका मे ठप सी हो गई है | हालांकि अभी भी मेक्सिको के अनेक गिरोह अमेरिका मे ड्रग सप्लाइ कर रहे हैं | इसी कारण डोनाल्ड ट्रम्प ने संगठित आपराधिक गिरोहों को राष्ट्रीय शत्रु घोषित करने का ऑर्डर निकाल हैं | इस आदेश के तहत अमेरिकी प्रशासन किसी भी विदेशी तस्कर के विदेश स्थित अड्डे पर हमला कर सकता हैं | जो किसी भी राष्ट्र की संप्रभुता का उल्लंघन ही है | जैसे रूस ने यूक्रेन में किया हैं }
अब यंहा देखने वाली बात यह हैं की अमेरकी राष्ट्रपति नशे की सौदागरों को मिटाने के लिए दूसरे देश मे जॅक कारवाई कर सकता है पर दुतेरते अपने राष्ट्र मे अपने नागरिकों को --के खिलाफ़ कारवाई को "”नर संहार "” बताया जा रहा है |
अब इन घटनाओ की तुलना इजराइल द्वरा गाजा मे फिलिसटीनी लोगों पर हवाई जहाज से बम बरसा कर 60,000 लोगों की हत्या की हैं , उसको जब नर संहार बता कर दक्षिणी अफ्रीका ने इजराइल के विरुद्ध अन्तराष्ट्रिय न्यायालय मे मुकदमा दायर किया गया , तब इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेटन्यायहू ने आरोप लगाया की सयुक्त राष्ट्र संघ इजराइल के प्रति द्वेष भाव रखता हैं !!!! अब यह बयान उस नेता का हैं ---जिसको मालूम है की इजराइल का "”जन्म "” वालफोर समझौते "” के तहत हुआ था | जीसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने मान्यता देकर दुनिया के राष्ट्रों की श्रेणी के बराबर खड़ा कर दिया | इजराइल के अहंकार को
बड़ावा मिलता हैं सयुक्त राज्य अमेरिका से --- वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प , अपने को
“”” खुदाई खिदमतगार "” समझते हुए दुनिया के हर मसले यानि की हर मसले को
अपनी "”अक्ल "” के हिसाब से फैसला सुन देते हैं | अब याद करे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्सकी
के साथ जैसा व्यवहार अपने ऑफिस मे अपने "” सिपहसालारों "” के साथ किया था ---- वह तीसरा महायुद्ध शुरू करने का कारण हो सकता था | यदि यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद मे न होते ------तब डोनाल्ड डक या डोनाल्ड ट्रम्प तो जेलेन्सकी को वही बंदी बना कर अपने दोस्त ब्लादिमीर पुतिन को सूप देते | खैर बात इजराइल की , चूंकि ट्रम्प का दामाद एक यहूदी है , इसीलिए अपने पहले कार्यकाल मे उन्होंने जेरूसलम को राष्ट्रीय राजधानी घोसीट कर दिया था , जीसे इजराइल ने खुशी -खुशी माँ लिया था | क्यूंकी जेरूसलम को वलफोर संधि के अनुसार एक पंचाट को साउप गए था | जिसमे यहूदी -मुसलमान और ईसाई तीनों के प्रातनिधि थे | जिसका मुखिया जॉर्डन को बने गए था | परंतु अरब - इजराइल युद्ध के बाद सब कुछ ठंड पड गया |
अब इजराइल की हिमाकत का कारण डोनाल्ड ट्रम्प ही है , जिन्होंने कहा था की फिलिसटीनी गाजा छोड़कर चले जाए --क्यूंकी "”बिलडर "” ट्रम्प वनहा अरेबियन ! रिवेरा बनाना चाहते हैं | अपनी स्कीम को एक रील के माध्यम से ट्रम्प और उनके जोड़ीदार इयान मस्क
ने सोशल मीडिया पर दिखाया भी था | अब बात फिलिस्टीनियों के नर संहार की , इज़राइल "””शक "” के आधार पर बम बरस रहा है --- लोगों को बंदी बना रहा हैं | उसके खिलाफ "”नर संहार "” के आरोप मे जब अन्तराष्ट्रिय न्यायालय ने वारंट जारी किया तब -- इजराइल ने उनके वारंट को धता बात दिया | उधर इजराइल के मददगार अमेरिका मे रिपुब्लिकन पार्टी ने { जिसका सीनेट और हाउस ऑफ रिपरेजेनतिव मे बहुमत है } उसने अन्तराष्ट्रिय न्यायलय की हैसियत को मानने से इनकार कर दिया !!!!
तो यह हैं की न्याय भी कमजोर और ताकत वर देख कर किया जाता हैं अब अन्तराष्ट्रिय न्यायलय भी दुतेरते को तो गिरफ्तार कर सकता हैं और नेटनीयहू को छु भी नहीं सकता ----जबकि गाजा का हत्यारा नेतन्याहु है |
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