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All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari

Jan 10, 2025

 

कृष्णा मूर्ति एवं सुबरामनीयमं जी के लिए


ईन्फोसिस और एल एण्ड टी के कर्ता धरता के लिए ,

-आप उद्यमी है और आप लाभ पर नजर रखते हैं --------------------------------------------------------------

                                                                                           इन दोनों महानुभावों ने अपने वेतनभोगी कर्मचारियों से आग्रह किया है की वे सप्ताह मे सत्तर 70 घंटे और नब्बे घंटे काम करे ! अन्तराष्ट्रिय श्रम कानून के अनुसार वेतनभोगी श्रमिक को प्रतिदिन आठ घंटे ही काम करने की बाध्यता है ! परंतु इन दोनों महानुभावों ने अपने कर्मचारियों से आग्रह किया है की वे सत्तर और नब्बे घंटे काम करे ! क्यू ? सवाल है की इन दोनों --मालिक और मैनेजर ने ऐसी अपील अपने मातहतों से की हैं | इनके तर्क इतने अव्याहरिक हैं की कोई भी हँसे बिना रहेगा --जीसे श्रम कानून और इनके यंहा के भर्ती और काम करने के नियमों की जानकारी होगी | सबसे पहले इन दोनों सेठों को यह मामलूम होना चाहिए की वे इस अपील मे खुद का उदाहरण दिया हैं !! अब अगर हम देखे तो यह दोनों महानुभाव की नियुक्ति करोड़ों रुपये वार्षिक और अन्य सुविधाओ तथा कंपनी के लाभांश मे नियत प्रतिशत की हिस्सेदारी मिलती है | जबकि इनके कर्मचारी टेलीकॉम छेत्र मे सबसे कम वेतन -भते पाने वाले लोग हैं | बंगलोर जनहा इन्फोसिस का प्रधान कार्यालय है ,वनहा प्रथम या एंट्री लेवल पर भर्ती किए जाने वाले डिग्री धारी लड़के -लड़कियों को मात्र 30,हजार प्रति माह का भुगतान ही होता हैं | अब बंगलोर मे एक व्यक्ति को रहने के लिए किराये का कमरा कम से कम चालीस हजार प्रतिमाह मे मिलता हैं | अब आम तौर पर लड़के या लड़किया कमरे को शेयर करते है , अर्थात आधा आधा किराया देते हैं | इसका मतलब हुआ की वेतन का दो तिहाई तो रहने मे चल गया !!! अब दस हजार मे इन लोगों को खाने और , आने जाने का खर्च भी होता हैं | कोई भी अंदाज लगा सकता हैं की दस हजार रुपये माह मे बंगलोर ऐसी मंहगी जगह मे क्या जलपान होगा क्या भोजन और क्या ही डिनर होगा !! इन दोनों महान लोगों ने "”खुद "” की स्थिति से उपदेश धर पटका , जबकि इन्हे इन सब आवश्यक जरूरतों के लिए नया तो चिंता करनी पड़ती है और ना ही परेशान होना होता हैं | बल्कि इन साहब लोगों को तो दफ्तर मे ही लंच और टी सुलभ होती है | जबकि इनके कर्मचारियों को चाय और बिस्कुट के दाम को के बारे मे सोचना पड़ता है और जेब मे कितने पैसे बचे है यह भी सोचना पड़ता हैं | जो कर्मचारी अपने अगले भोजन और सोने की चिंता मे रोज परेशान होते हैं , उनको आप सत्तर और नब्बे घंटे हफ्ते मे काम करने को कहते हैं !!!! आप यह टारगेट अपने तात्कालिक अधीन सीनियर कर्मचारियों को कहे , तब जयदा न्यायोचित होगा | क्यूंकी पचास लाख प्रति वर्ष पाने वाले कर्मचारियों को रहने - खाने की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता | वैसे उनके लिए रहने की व्ययस्था तो कंपनी की ओर से ही की जाती है ,नियुक्ति के समय | इन सीनियरों को टारगेट दिए जाते है , पर वे भी अपने मातहतों से ही तो काम कराते है |

अब आठ घंटे प्रतिदिन से जयदा काम करने का कानूनी अधिकार सिर्फ भारतीय सेना और पुलिस एवं अर्ध सैन्य बलो को हैं | परंतु उनका कर्तव्य

“””लाभ "” कमाना नहीं होता , जो की इन कंपनियों का हैं | यह सच है की कृष्ण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति केयथाक प्रयासों से ही इन्फोसिस खड़ी हुई है | परंतु वे इसके प्रवर्तक है --उनके पास कंपनी के लाखों शेयर है , इसके अलावा उन्हे बहुत सी अन्य सुविधाये भी मिलती है | परंतु इस कंपनी के अस्सी प्रतिशत कर्मचारियों को तो वेतन और सालाना बोनस ही हाथ लगता हैं |इसलिए सिर्फ अपनी ही ऊंचाई से बैठ कर नीचे देखकर कोई राय बनाना उचित नहीं होगा | ल एण्ड टी के बारे मे तो इतना ही कह सकते है की मुंबई हवाई अड्डे के एक भाग के गिर जाने पर संसद मे बहुत शोर और हंगामा हुआ था | यह हवाई अड्डा फिलवक्त अदानी ग्रुप द्वरा चलाया जा रहा हैं | जीसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वरद हस्त प्राप्त है | उस समय सरकार की ओर से बताया गया था की भवन का जो हिस्सा गिर गया है , उसका निर्माण लर्सन एण्ड टूब्रो ने किया था ,जिसका अब नया नाम हो गया हैं , जिसका उच्चारण भी अत्यंत कठिन है केवल कौन बनेगा करोड़पति टीवी कार्यक्रम मे अमिताभ बच्चन ही करते हैं | क्यूंकी यह कंपनी उस कार्यक्रम को स्पांसर करती हैं |

अगर वास्तव मे यह दोनों महनुभाव अपने कर्मचारियों की उत्पादकता मे बढ़ोतरी चाहते है तो उन्हे , एंट्री लेवल के कर्मचारियों को रहने और खाने के लिए प्रबंध करना होगा | दोनों के ही पास भूमि की कमी नहीं है , जन्हा वे हॉस्टल टाइप भवन बना कर उन्मे सार्वजनिक "”मेस "” का इंतजाम कर सकते हैं | जिससे की निम्न वेतन भोगी कर्मचारी रहने और भोजन की समस्या से छुटकारा पा जाएंगे | तब आप कह सकते है की आप '’’’ओवर टाइम '’’ करे | अन्यथा ओवर टाइम से बच्चे भागना शुरू कर देंगे ||


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