गरम
गोश्त के व्यापारियो की दहशत
और कानून के रखवालों की
चुप्पी----
एंटी
रोमियों स्क्वाड बनाम छेड़छाड़
व अपहरण
आदित्यनाथ
योगी के उत्तर प्रदेश का मुख्य
मंत्री पद सम्हालने के बाद
दो कार्यक्रम ज़ोर शोर से शुरू
किए गए --इनमे
एक था एंटी रोमियो स्क्वाड
और गैर कानूनी बूचड़खानो की
बंदी |
उसके
बाद मध्यप्रदेश के कोनो से
भी ऐसी कारवाई की मांग शिवराज
सरकार से की जाने लगी |
छात्राओ
से राह चलते छेड़छाड़ और हमले
की वारदाते भी सुर्ख़ियो मे
आने लगी |
प्रदेश
पुलिस के रेकॉर्ड के अनुसार
राज्य मे प्रत्येक दिन 36
महिलाओ
से छेड़छाड़ होती है ,इसमे
मारपीट और जबरन प्यार का इजहार
से लेकर घायल भी कर दिया जाता
है |
इतना
ही नहीं हर 90
मिनट
मे एक महिला का अपहरण किया
जाता है |
यह
आंकड़ा ही प्रदेश मे चल रहे
जिस्म के बाज़ार की कहानी कह
देता है |
इस
धंधे मे पुलिस और प्रशासन की
"”शह
"””
के
बिना कुछ भी संभव नहीं है |
लेकिन
नगरो और शहरो मे छात्राओ से
छेड़छाड़ के मामलो से ज्यादा
गंभीर लड़कियो को बेचने के
मामले सामने आए |
इतना
ही नहीं भोपाल मे ही एक पुलिस
कर्मी के पुत्र को अपहरण किए
जाने की हिम्मत गरम गोष्त के
इन सौदागरो ने अंजाम दिया |
मामला
चूंकि पुलिस वाले का था इसलिए
राजधानी के अफसरो ने नाकाबंदी
कर के 14
लोगो
को गिरफ्तार किया जिसमे दो
महिलाए भी थी |
अखबारो
ने इन्हे मानव तस्कर की पहचान
दी --जबकि
तस्करी बेजान वस्तुओ जैसे
सोना चाँदी आदि की होती है |
ज़िंदा
लोगो को खरीदने -बेचने
वाले तो गरम गोष्त के सौदागर
ही हुए |ये
लोग नागपूर के ''गंगा
-
जमुना
'''इलाके
से भागी हुई युवती को "”
वापस
"”
ले
जाने के लिए आए थे |
इस
अंतर राज्यीय गिरोह मे राजस्थान
-उत्तर
प्रदेश और मध्य प्रदेश के
गुर्गे थे |
जिंका
काम गाव की भोली भली लड़कियो
को काम दिलाने का झांसा देकर
घरो से उठा ले जा कर "”बुर्दा
फ़रोशों ''''को
वेश्या व्यापार के लिए लाखो
रुपये बेच देते थे |
गिरफ्तार
किए जाने पर इन लोगो ने ग्वालियर
और धौलपुर तथा नागपूर के पुलिस
थानो को '''माहवारी
रकम '''
देने
का खुलाषा किया |
एक
और मामले मे पुलिस की कारवाई
"”मंथर
गति "”
की
हो गयी ,
क्योंकि
इसमे मामला अरेरा कालोनी के
एक बंगले मे चल रहे हाइ प्रोफ़ाइल
"”चकला
घर "”
पर
छापे का था |
जिसमे
एक छात्रा को जबर्दस्ती बंद
कर शरीर व्यापार करने की कोशिस
की जा रही थी |
उसमे
"”दलाल"”
लड़की
परवीन तथा सना और मकान मालिक
लड़के आशुतोष के साथ कुछ
गिरफ्तारिया हुई |
जिस
छात्रा ने पुलिस को फोन कर के
बुलाया था -
उसको
पुलिस की मौजूदगी सना नामक
महिला दलाल ने धम्की दे की
उसके भाई पर क़तल के तीन मामले
चल रहे है अब चौथा मामला तेरा
होगा -
पुलिस
मौन रही ?
पुलिस
की कर्तव्य परायणता देखिये
की -
दो
दिनो मे शिकायत कर्ता के धारा
164
के
बयान अदालत मे कलमबंद नहीं
करा सकी
!!
और
लड़की डर के मारे भिंड वापस
अपने परिवारजनो के पास चली
गयी |
पुलिस
बताती रही की लड़की मोबाइल
नहीं उठा रही ,इसलिए
उसे अदालत नहीं ले जा सके -इसे
कहते है की कौन ना मर जाए पुलिस
के इस भोलेपन पर !!
राजधानी
मे संगठित अपराध -जिसे
माफिया या चीन मे ट्रायड जापान
मे निंजा गिरोह कहते उसकी
मौजूदगी हाल मे हुई |
इन
गिरोहो की खास पहचान होती है
एक खास प्रकार का
गुदना जो सदस्यो के शरीर पर
होता है वही उनकी पहचान होता
है की वे किस गैग के मेम्बर है
|
कुछ
ऐसे गुदने उन दो लोगो की लाशों
पर भी थे जिनकी दिन दहाड़े गोली
मार कर हत्या कर दी गयी |
पुलिस
को ताबड़ तोड़ |
कारवाई
का हुकुम मिला --क्योंकि
मामला एक मंत्री के समर्थको
की ह्त्या का था |
हत्या
की वजह भी मंत्री की "”सरपरस्ती
"”
का
था |
वजह
"”इलाके
से वसूली "””
की
थी |
सरकारी
मुलाज़मीनों द्वरा तो गैरकानूनी
वसूली की सचित्र कहानी दैनिक
पत्रिका ने दो दिनो तक पहले
पन्ने पर छापी ---परंतु
किसी भी आला अफसर
या मंत्री की कान पर ज़ू तक नहीं
रेंगी |
जनहा
हर घंटे मे एक महिला खरीदी -
बेची
जा रही हो वनहा स्त्री की
अस्मिता की बात ही बेमानी है
| और
रोमियो स्क्वाड़ तो बिलकुल
ही नाकाफी है |
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