Bhartiyam Logo
All Articles & Concept by:Vijay. K. Tewari
Jul 31, 2014
भाई साहब नहीं कहिए भाई जान कहे
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज्य ने नेपाल मे जा कर कूटनीतिक भाषा मे एक नए शब्द को जन्म दिया
जिसका प्रयोग वाकई तारीफ के काबिल है ---वह है भाई जान | दरअसल उन्होने पड़ोसी देशो को आश्वस्त
करते हुए कहा की वे भारत को अपना बड़ा भाई समझे , अङ्ग्रेज़ी मे दो शब्द है बिग ब्रदर और एल्डर ब्रदर एक का
अर्थ है ""दादा"" और दूसरे से अग्रज का आशय होता है | लखनऊ विश्वविद्यालय मे अध्ययन के दौरान मुझे
इन शब्दो के अर्थ का वास्तविक रूप का भान हुआ | छात्र संघ के चुनाव मे एक उम्मीदवार दे अविनाश दादा
उनके सरनेम के बारे मे मुझे पता नहीं था | उनके वीरुध विज्ञान संकाय के ताङणी जी थे वे पर्वतीय थे | चुनाव
प्रचार के दौरान अविनाश दादा के आतंक के कारण तीन -चार सौ छात्रो का हुजूम चलता था , गगन भेदी नारे
लगते थे "" अविनाश का टेम्पो हाइ है --दादा हमारा भाई है """ उनके प्रतिद्वंदी उम्मीदवार इस प्रचार से थोड़ा
हतप्रभ थे | उस समय टांगड़ी की दो बहने भी विश्वविद्यालय मे ही अध्ययनरत थी ,वे भी अपने भाई का प्रचार कर रही थी
दो -तीन दिन बाद यकायक देखा की की दादा के जुलूस के पिछले हिस्से के दस - बारह च्चाटरों को रोक कर
उन दोनों से सवाल किया की "भैया आपके दादा कान्हा के दादा है , बॉम्बे के या कलकत्ता के ? अब इस सावल से सभी थोड़ा चकराये फिर हिम्मत कर के सवाल किया की आपका क्या मतलब है बॉम्बे और कलकत्ता से ? उन्होने कहा की बॉम्बे मे दादा का
मतलब गुंडे - मावली से होता है और कलकत्ता मे बड़े भाई को इस सम्बोधन से बुलाया जाता है ,अब बताओ ?
अविनाश दादा की गुंडई के डर से ही लड़के उन के साथ थे ,परंतु इस व्याख्या ने उनके दिमाग खोल दिये |
परिणाम स्वरूप जीतने लड़को का जुलूस चलता था उतने भी वोट दादा को नहीं मिले | तब मेरी भी समझ मे आया
की दादा का अर्थ कैसे स्थान परिवर्तन से बदल जाता है |
सुषमा जी ने भी पड़ोसी देशो नेपाल - भूटान आदि को भारत को बड़ा भाई यानि की
कलकत्ता दादा समझने का आग्रह किया है ना की बॉम्बे का दादा | इसीलिए उन्होने नया सम्बोधन दिया भाई जान ,
हालांकि हिन्दी और हिन्दू तथा राष्ट्रवाद की पार्टी से संबंध रखने के कारण इसके लिए लोग उन्हे उर्दूपरस्त या
सर्व धर्म समभाव का हिमायती न समझ लिया जाये , क्योंकि उनकी राजनीतिक प्रष्टभूमि समाजवादी दल की
है स्वयं सेवक संघ की नहीं , इसीलिए वे ज्यादा सहज है अन्योय की तुलना मे
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment