कोरोना का भय
बीमारी को महामारी बता कर -नियंत्रण का तां -झाम
2022 के आखिरी सप्ताह
में जिस प्रकार अचानक मोदी सरकार देश की जनता
के लिए फिक्रमंद होने की कोशिस की , उससे लोगो को अपने अगल -बगल देखने पर तो मजबूर किया | परंतु किसी के भी गले से यह बात नहीं उतरी की “” इतिहास की भयंकरतम महामारी उर्फ कोरोना का दूसरा हमला होने
वाला हैं -----कमर कस लो तैयारी कर लो !! “” कारण यह हैं की गली – मोहल्लो में अभी भी अमूमन
मामूल आमद -रफ्त हो रही हैं | अस्पतालो में भी लोगो की मारामारी के हालत नहीं
दिखाई पड रहे हैं |
सवाल यह खड़ा होता
है की की फिर इतनी भारी – भरकम , देश व्यापी कवायद किस लिए !
जवाब के लिए सिर्फ एक मामला ही सामने आता हैं की कन्याकुमारी से काश्मीर की राहुल गांधी की यात्रा
24 दिसंबर को दिल्ली पाहुच गयी है | एवं राहुल
ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी और नेहरू
जी ,शास्त्री जी और इन्दिरा
जी , चरण सिंह तथा अतलबिहारी वाजपेयी जी की समाधि पर जा कर शीश नवाया | हालांकि
अटल जी की समाधि पर राहुल के जाने पर बीजेपी
ने अपने पित्र पुरुष “”अटल जी “” को श्रद्धा
सुमन देने के लिए काँग्रेस नेता को धन्यवाद करने के बजाय इस पावन कर्तव्य को “”नाटक “” बताया | हालांकि 25 दिसंबर को यानि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रधान मंत्री को को संघ
और बीजेपी के इन “” महावीरों”” ने खुद तो कुछ
नहीं किया -वरन जिस शख्स ने श्रधावश उन्हे माथा टेका उसे व्हात्सप्प और सत्ता के मीडिया
मिल के लोगो ने नाटक बताया |
अब सरकार के महामारी को रोकने के लिए लंबी चौड़ी कवायद ----- अस्पतालो
में बेड और ऑक्सीज़न की उपलब्धता को पक्का करने के लिए की जा रही हैं , प्रचार माध्यमों से देश और दुनिया को यह जताने की कोशिस है की ---भारत
जोड़ो यात्रा लोगो के सेहत के लिए “”खराब “” हैं !
सवाल यह है की जब कोरोना महामारी थी और लोग
सैकड़ो की तादाद मे मौत की गोद में जा रहे थे
| एवं दिल्ली के अस्पतालो
में ऑक्सीज़न के अभाव में दम तोड़ रहे थे तब डॉ गुलेरिया ही थे जो रोज टीवी चैनलो पर लोगो हालत बता रहे थे |
आज वे ही बता रहे हैं की जिस बीएफ़ 7 वैरियन्ट ने चीन में कहर
मचा रखा है वह भारत में विगत सितंबर माह से मौजूद है ! और तब से लगातार
बीमारों की तादाद कम हो रही हैं | उन्होने कोरोना के
दुबारा प्रकोप की संभावना से इंकार किया | सफदरजंग अस्पताल
के डॉ जुगल किशोर ने भी कोरोना के दुबारा आने की संभावना को खारिज किया हैं !
मध्य प्रदेश की बात करे तो केंद्र सरकार
के दिशा निर्देशों के अनुपालन में सभी अस्पतालो में बिस्तरों और ऑक्सीज़न
की सुलभता की जांच की जा रही हैं | एक
ओर राज्य सरकार की बुलेटिन के अनुसार विगत सप्ताह {दिसंबर के तीसरे सप्ताह } में
राज्य में एक भी कोरोना का मामला दर्ज़ नहीं
किया गया !
इन तथ्यो
और अनुमानो से यह कहा जा सकता हैं की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए महामारी का हौव्वा खड़ा किया जा रहा है -------जबकि हक़ीक़त ऐसी नहीं हैं
|
बॉक्स ----दो क्लिप्पिंग
No comments:
Post a Comment