क्या
ट्रम्प रूसी नेता पुतिन के
नारो और वादो की नकल कर रहे है
राष्ट्रवाद
-
अमेरिका
के राष्ट्रपति निर्वाचित
होने पर अपने पहले भाषण मे
"”अमेरिका
फर्स्ट "”
का
नारा सुन कर लोगो को लगा की यह
उनकी "”खोज"”
है
?
परंतु
सच्चाई यह है की रूस का राष्ट्रपति
चुने जाने पर ब्लादिमीर पुतिन
ने हिटलर की भांति "”महान
रूस और रूसी महान "””
का
नारा दिया था |
जनता
के मन अपने नारे की विश्वसनीयता
साबित करने के लिए ही उन्होने
यूक्रेन पर हमला किया था |
जिसकी
सभी देशो ने कड़ी आलोचना की थी
|
तत्कालीन
अमेरिकी विदेश सचिव हिलेरी
क्लिंटन ने अनेक मौको पर एवं
विदेशो मे भी भर्त्स्ना की
थी |
ट्रम्प
के अमेरिका फ़र्स्ट का नारा
"”महान
रूस "”
की
तर्ज़ पर ही है |
साथ
ही ट्रम्प अपने पूर्वाधिकारियों
की भद्द करते हुए अमेरिका को
महान देश बनाने का भी नारा दे
रहे है |
संयुक्त
राज्य अमेरिका के मूल निवासियों
"”रेड
इंडियानों "”
को
तो सुरछित "””बाढो"”
मे
रखा हुआ है |
यद्यपि
इनकी लंबाई -
कहुदाई
मिलो मे होती है |
उनके
सिवा सभी नस्ल -
जातिया
और धर्मो के लोग दुनिया के
सैकड़ो देशो से आकार बसे है |
फर्क
इतना है की केवल कुछ अंग्रेज़ो
को छोड़ कर बाक़ी अधिसंख्य के
पूर्वजो की "”वंहा
के स्वतन्त्रता संग्राम "”
मे
कोई भागीदारी नहीं रही
है |
ट्रम्प
के पूर्वज भी सौ साल पूर्व
आकार बसे |
ऐसे
मे राष्ट्रवाद का नारा खालिस
खोखला है |
यूरोपियन
समुदाय या यूनियन के प्रति
ट्रम्प की नफरत सार्वजनिक है
|
उसका
कारण है की वे देश के साथ
दुनिया से भी जुड़े है अपने
पड़ोसी देशो से भी
|जबकि
ट्रम्प तो बजट का बड़ा हिस्सा
मेकसिको सीमा पर चीन की दीवार
की तर्ज़ पर पक्की सीमा रेखा
खींच कर इतिहास मे स्थान पाना
चाहते है |
जर्मनी
की चांसलर एंजेला मारकेल के
बारे मे उनकी टिप्पणिया काफी
घटिया और निम्नस्तरीय
मानी जाती है |
फिलहाल
वे अम्रीका के दौरे पर गयी है
शुक्रवार 17मार्च
को उनकी मुलाक़ात तय हुई है |
अमेरिका
और अमेरीकन का नारा देकर --वे
गैर गोरे लोगो को सारा रहे है
|
उनके
निशाने पर छह मुस्लिम देश के
नागरिक है -जिनके
आगमन पर उन्होने दों बार रोक
लगाने की कोशिस की |
अदालतों
के फैसलो पर उनकी टिप्पणी की
अगर देश की सुरक्षा को खतरा
हुआ तो क्या जज जिम्मेदार
होंगे ?
यह
है एक राष्ट्रपति की अपने ही
देश की संवैधानिक व्ययस्था
के बारे मे राय ?
हालैण्ड
मे हुए चुनावो मे मौजूदा प्रधान
मंत्री की पार्टी को सर्वाधिक
सीट मिली है |परंतु
बहुमत के लिए उन्हे गठबंधन
करना होगा |
वंहा
पर विलार्ड ने शरणार्थियो और
इस्लाम के विरोध मे मुहिम
चलायी थी |
जो
बहुत लोकप्रिय हो रही थी ,खासकर
नौजवानो मे |
परंतु
परिणाम उनके वीरुध रहे |
वनही
ग्रीन पार्टी के जेससी केलेवर
की विजय को महत्वपूर्ण माना
जा रहा है |
विलार्ड
के खिलाफ उनकी आवाज खुद मजबूत
है |
वे
एक शरणार्थी मोरक्कों पिता
और इन्दोनेसिअन मटा की संतान
है |
वे
यूरोपियन समुदाय की एकता और
स्वास्थ्य तथा घर की समस्या
को प्राथमिकता देते है |
उनके
लिए राष्ट्रवाद नसलवाद सरीखा
ही है |
फ्रांस
धूर दक्षिण पार्टी की नेता
जिनका नाम काफी जीभ तोड़ने वाला
है ----उनका
नारा है देश की गौरवशाली महानता
और बौद्धिक विरासत को बचाने
के लिए ब्रिटेन की भांति ही
फ्रांस को भी यूरोपियन समुदाय
से अलग हो जाना चाहिए |
मुस्लिम
शरणार्थियो को देश मे प्रवेश
की नीति को वे बदते अपराधो का
मूल मानती है |
हालांकि
हाल मे हुए कुछ हिंसक घटनाओ
मे अफ्रीकन मुस्लिम संलिप्त
थे |
परंतु
इन घटनाओ से राष्ट्रवाद ना
तो मजबूत होता है और ना ही
इंसानियत शरमसार होती है |
बिस्मार्क
से शुरू हुए इस नारे की परिणिती
एडोल्फ हिटलर के रूप मे हुआ
|
जिसने
सारी मानवता को दंश दिया
---जिसे
अभी तक लोग भूल नहीं सके है |
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